जिस महिला के मर्डर केस में क्राइम ब्रांच ने बेकसूर को भेजा जेल, दो साल बाद वो निकली जिंदा
Pune news, पुणे। दो साल पहले क्राइम ब्रांच ने एक शातिर अपराधी को उसकी महिला दोस्त की हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किया था। हत्या करने के बाद आरोपी ने महिला की लाश जला दी थी। महिला की लाश की शिनाख्त कर हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा करने वाली क्राइम ब्रांच का फर्जीवाड़ा सामने आया है। शातिर अपराधी ऋषिकेश ऊर्फ हुक्या श्रीकांत के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिलने पर हत्या मामले में निर्दोष साबित हुआ। जिस महिला की हत्या करने का दावा क्राइम ब्रांच ने किया था, वह महिला जिंदा निकली। आखिरकार किस महिला की हत्या की गई थी और हत्या की गुत्थी सुलझाने का फर्जी डिटेक्शन किसने किया, यह सवाल पुलिस विभाग के लिए उठ खड़ा हुआ है।
क्राइम ब्रांच ने महिला को बताया मृतक
कोंढवा के स्काय पार्क सोसाइटी के पास खुले मैदान में 4 मार्च 2017 को एक महिला की आधी जली हुई लाश मिली थी। केस की जांच करने पर पांच महीने में हत्या की गुत्थी सुलझाई गई थी। जिसमें रानी की हत्या कर पेट्रोल डालकर उसकी लाश को आधी जलाने के मामले में क्राइम ब्रांच यूनिट 2 ने ऋषिकेश ऊर्फ हुक्या श्रीकांत को अक्टूबर 2017 को गिरफ्तार किया था। साथ ही उसके साथी विकास उर्फ विकी जढार को हिरासत में लिया गया था। इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के बाद क्राइम ब्रांच ने प्रेस कॉफ्रेंस किया था। प्रेस कॉफ्रेंस में यह कहानी मीडिया के सामने बयां की गई थी कि हुक्या, विकी, रानी के साथ एक और शख्स स्काय पार्क सोसायटी के पास खुले मैदान में शराब पीने बैठे हुए थे। रानी तीनों की दोस्त थी। इस दौरान विकी ने रानी को कहा था कि तू मेरी बीवी के साथ घूमने मत जा। जिस पर रानी ने कहा था कि तेरी बीवी छोटी बच्ची है क्या? ऐसा उल्टा जवाब देने पर विकी ने धारदार हथियार(कोयता) से वार किया था। दूसरे शख्स ने रानी के सिर पर पत्थर से वार किया था और हुक्या ने रानी की लाश पर केरोसिन छिड़ककर जला दिया था। ऐसी कहानी सामने पेश की गई थी।
खुलासे के बाद जिंदा निकली महिला
कोंढवा पुलिस को मामला हस्तांतरित करने के बाद उन्होंने आगे की जांच शुरू की थी। जिसमें हुक्या और उसके दोस्त के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। हत्या की गई महिला रानी है, ऐसा बताया जा रहा था। लेकिन वह जिंदा निकली, जिस पर कोंढवा पुलिस ने महिला के घर जाकर पूछताछ की। महिला का बयान दर्ज किया गया। जिसके आधार पर हुक्या को 169 धारा के अनुसार प्रस्ताव भेजकर केस से नाम हटा दिया गया।
लाश की शिनाख्त में जुटी पुलिस
इस डिटेक्शन से साफ जाहिर होता है कि क्राइम ब्रांच डिटेक्शन में अपनी वाहवाही दिखाने के लिए फर्जी डिटेक्शन दिखाकर अपनी तारीफ बटोरी। मृत महिला की लाश की शिनाख्त किए बिना ही आरोपी को पकड़ा, जो इस हत्या का गुनहगार भी नहीं था। इस संबंध में पुणे पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम ने कहा कि इस केस में जांच करने के आदेश दिए जाएंगे। आधी जली हुई महिला की लाश किसकी, लाश की शिनाख्त और केस की जांच फिर से शुरू करने के आदेश दिए जाएंगे।