बिहार: चोरों को छोड़ने पर पुलिस-ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प, कई पुलिसकर्मी घायल
भोजपुर। बिहार के भोजपुर में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चोरों को छोड़े जाने की सूचना मिलने पर ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने थाने का घेराव करते हुए जमकर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। ग्रामीणों ने थाना परिसर में मौजुद कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। भीड़ को अनियंत्रित होता देख पुलिस ने कई राउंड फायरिंग भी की। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज भी करना पड़ा है। साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए हैं। घटना के बाद पुलिस करीब तीस लोगों को हिरासत में लिया गया है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, मामला भोजपुर जिले के सहार प्रखंड के चौरी थाना का है। दरअसल इलाके में चोरी की बढ़ती घटनाओं से भड़के ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात चार कथित चोरों को मोटरसाइकिल सहित पकड़ लिया और चौरी थाना पुलिस के हवाले किया था। बुधवार सुबह ग्रामीणों को सूचना मिली की पकड़े गए चोरों को राहगीर बताते हुए पुलिस ने छोड़ दिया। जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और हजारों की संख्या में गंज गांव सहित आसपास के ग्रामीण चौरी थाना पहुंचे और थाने का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान ग्रामीणों ने थाने पर पथराव करते हुए कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
रिश्वत लेकर पुलिस लगाया चोरों को छोड़ने का आरोप
गुस्साए ग्रामीण चौरी थाने की पुलिस पर पकड़े गए चोरों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें रिश्वत लेकर छोड़े जाने का आरोप लगा रहे थे। थाने का घेराव कर रहे ग्रामीण सुनील सिंह के मुताबिक गंज सहित आसपास के गांवों में लगातार चोरी की हो रही घटनाओं से लोग परेशान हैं जिसके बाद रतजगा कर उन्होंने सभी चोरों को पकड़ा था। लेकिन चौरी थाने की पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। गुस्साए ग्रामीण मौके पर भोजपुर डीएम और एसपी को तत्काल बुलाने और चौरी थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग कर रहे थे। हंगामे की सूचना पर काफी देर के बाद भोजपुर डीएम रौशन कुशवाहा और एसपी सुशील कुमार चौरी थाना पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन इसी बीच भीड़ में से किसी ने दोनों अधिकारियों पर पत्थराव कर दिया।
एसपी ने दो पुलिसकर्मियों को किया निलंबित
हालांकि पथराव में डीएम-एसपी बाल-बाल बच गए, लेकिन अधिकारियों पर पथराव होता देख पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए स्थिति को काबू में किया। तकरीबन 6 घंटे तक ग्रामीणों द्वारा चौरी थाने का घेराव और हंगामे के साथ पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील रहा। वहीं कार्य मे लापरवाही के आरोप में एसपी सुशील कुमार ने चौरी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार और एक एएसआई जगन्नाथ राम को निलंबित कर दिया।