शहबाज शरीफ ने PM मोदी को किया शुक्रिया, छेड़ा कश्मीर का राग
इस्लामाबाद, 12 अप्रैल: पाकिस्तान में कई दिनों से जारी सियासी उठापटक के बाद शहबाज शरीफ ने नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसके बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको ट्वीट कर बधाई दी है। पीएम मोदी ने पाक पीएम को बधाई देने के साथ पाक पोषित आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया है। पीएम मोदी ने साफ कहा कि भारत भी शांति चाहता है, जहां पर आतंक का कोई नाम ना हो। वहीं अब पीएम मोदी के बधाई संदेश पर शहबाज शरीफ ने उनको शुक्रिया कहा। साथ ही लिखा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है। हालांकि पाकिस्तान एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापता नजर आया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देने के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हुए पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि उनका देश भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध चाहता है। सोमवार को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शरीफ को पीएम मोदी ने बधाई देते हुए कहा, "भारत आतंक मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है, ताकि हम अपनी विकास चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और हमारे लोगों की कल्याण और समृद्धि सुनिश्चित कर सकें।"
Thank you Premier Narendra Modi for felicitations. Pakistan desires peaceful & cooperative ties with India. Peaceful settlement of outstanding disputes including Jammu & Kashmir is indispensable. Pakistan's sacrifices in fighting terrorism are well-known. Let's secure peace and.. https://t.co/0M1wxhhvjV
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) April 12, 2022
पाक पीएम ने छेड़ा कश्मीर राग
वहीं अब पीएम मोदी के ट्वीट का जवाब देते हुए शहबाज शरीफ ने लिखा, 'बधाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया। पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है। जम्मू-कश्मीर सहित बाकी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान अपरिहार्य है। आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान की कुर्बानी जगजाहिर है। आइए शांति सुनिश्चित करें और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान दें।"
जब 52 साल के शहबाज शरीफ ने की थी पांच बच्चों की मां तहमीना से तीसरी शादी
बता दें कि पीएम की कुर्सी पर बैठने से पहले ही शहबाज शरीफ ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था। यहां तक की पीएम बनते ही शरीब ने कश्मीर मुद्दे पर बयान देते हुए कहा था कि कश्मीर मुद्दे का हल वहां के लोगों की इच्छा के अनुसार किया जाना चाहिए।