जानिए कितनी रकम खर्च हो रही है पाकिस्तान के संसदीय चुनावों में
इस्लामाबाद। बुधवार 25 जुलाई को पाकिस्तान में चुनाव होने हैं और दुनिया भर की नजरें इस दक्षिण एशियाई देश में होने वाले आम चुनावों पर टिकी हुई हैं। साल 2013 में पाकिस्तान में चुनाव हुए थे और अब फिर से यहां पर चुनावों सरगर्मियां हैं। पाकिस्तान के इतिहास में यह पहला मौका है जब पांच वर्ष के बाद फिर से संसदीय चुनाव हो रहे हैं। पाकिस्तान चुनाव आयोग यानी ईसीपी ने चुनावों की तैयारियां पूरी कर ली हैं। 25 जुलाई को पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली के अलावा यहां प्रांतीय चुनावों के लिए भी वोट डाले जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खराब आर्थिक हालातों का सामना कर रहा पाकिस्तान इस बार चुनावों में अरबों रुपए की रकम झोंक रहा है। ये भी पढ़ें-इमरान खान ने कराची में लिया भारत का नाम और लगाया ये आरोप
पाकिस्तान के अखबार द डॉन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हो रहे इस बार के चुनावों में पूरे 440 अरब रुपए खर्च हो रहे हैं। यह रकम साल 2013 की तुलना में खर्च हुई रकम से 10 प्रतिशत ज्यादा है। डॉन के मुताबिक इस रकम में चुनाव आयोग के अलावा, स्थानीय और प्रांतीय सरकारों के अलावा सुरक्षा संस्थानों, डोनर्स, राजनीति पार्टियों, उम्मीदवार और उनके समर्थकों की ओर से कॉन्ट्रीब्यूट किया गया है। द डॉन के मुताबिक चुनाव आयोग, सरकार और दानादाताओं की ओर से जो खर्च किया जा रहा है, उसे कागजों में दर्ज किया गया है।
देश में आर्थिक तंगी लेकिन चुनाव 440 अरब रुपए में
देश
में
आर्थिक
तंगी
लेकिन
चुनाव
440
अरब
रुपए
में
पाकिस्तान
के
अखबार
द
डॉन
में
छपी
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक
पाकिस्तान
में
हो
रहे
इस
बार
के
चुनावों
में
पूरे
440
अरब
रुपए
खर्च
हो
रहे
हैं।
यह
रकम
साल
2013
की
तुलना
में
खर्च
हुई
रकम
से
10
प्रतिशत
ज्यादा
है।
डॉन
के
मुताबिक
इस
रकम
में
चुनाव
आयोग
के
अलावा,
स्थानीय
और
प्रांतीय
सरकारों
के
अलावा
सुरक्षा
संस्थानों,
डोनर्स,
राजनीति
पार्टियों,
उम्मीदवार
और
उनके
समर्थकों
की
ओर
से
कॉन्ट्रीब्यूट
किया
गया
है।
द
डॉन
के
मुताबिक
चुनाव
आयोग,
सरकार
और
दानादाताओं
की
ओर
से
जो
खर्च
किया
जा
रहा
है,
उसे
कागजों
में
दर्ज
किया
गया
है।
इस वर्ष चुनाव हैं सबसे महंगे
डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक इस वर्ष इन तीनों की ओर से ही चुनावों पर भारी भरकम रकम खर्च हो रही है। लेकिन वहीं यह रकम कुल रकम का सिर्फ पांच प्रतिशत ही है। इस बात का अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है कि राजनीति पार्टियों, उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की ओर से चुनावों में कितना खर्च किया जा रहा है। पाकिस्तान चुनाव आयोग के वर्तमान नियम के तहत प्रांतीय चुनावों के किसी भी उम्मीदवार को 10 लाख रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक खर्च करने की छूट है तो वहीं नेशनल एसेंबली के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार 10.5 लाख रुपए से लेकर 40 लाख रुपए तक खर्च कर सकते हैं। लेकिन हर बार उम्मीदवार तय सीमा को पार कर जाते हैं।
1.8 अरब से बजट हुआ 21 अरब रुपए
पाकिस्तान चुनाव आयोग का बजट साल 2008 में 1.8 अरब रुपए था। साल 2013 में यह 4.6 अरब रुपए हुआ तो इस वर्ष बजट को बढ़ा दिया गया। पाकिस्तान की पूर्व सरकार पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की ओर से इस बजट को बढ़ाकर 21 अरब रुपए कर दिया गया था। चुनाव आयोग के पास मौजूद उसके डायरेक्टर जनरल बजट से इस बात की जानकारी मिलती है।