पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री Imran Khan जानें कब-कब बोले थे "मेरी जान को है खतरा"
Firing on Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गुरुवार की दोपहर रैली के दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। इस दौरान इमरान खान भी गोली से जख्मी हुए हैं जिसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं इस फायरिंग में एक की मौत होने की भी खबर है। आपको बता दें प्रधानमंत्री की कुर्सी जाने के बाद से लगातार इमरान खान अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर और कई मंचों से लगातार कह रहे थे कि उनकी जान को खतरा है उन्हें कभी भी मार दिया जाएगा। हालांकि उनके इस बयान को पाक की सत्ता पर बैठे महकमें ने उनका नया ड्रामा करार देते हुए उसे तब्ज्जों नहीं दी और आज एक रैली के दौरान उन पर गोली चला दी गई।
पीएम की कुर्सी पर रहते हुए जनता के सामने पहली बार बोली थी ये बात
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री रहते हुए भी अप्रैल 2022 में पहली बार इमरान खान ने कहा था कि उनकी जान को खतरा है। ये तब की बात है जब इमरान सरकार के गिरने वाली थी। तब इमरान खान ने पाक की आवाम को संबोधित करते हुए दावा किया था कि "केवल उनकी सरकार गिराने की ही कोशिश नहीं की जा रही बल्कि उनकी जान को भी खतरा है। हालांकि इस दावे को तब इमरान खान का ड्रामा करार दिया गया था।
दोबारा सीएम की कुर्सी जाने के बाद कहा था "मेरी जिंदगी खतरे में है"
वहीं आज से छह महीने पहले भी पाक के पूर्व मुख्यमंत्री इमरान खान ने अपनी हत्या होने की आशंका जताई थी। सियालोट में अपनी पार्टी की रैली में इमरान खान ने कहा था "मुझे रास्ते से हटाने के लिए बंद कमरों में साजिशें हो रही हैं। उन्होंने कहा था मेरी जिंदगी खतरे में है। पाकिस्तान के बाहर के लोग मुझे मारना चाहते हैं। मैं उन सभी को जानता हूं। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि मैंने अपना वीडियो रिकार्ड करके सुरक्षित जगह रख दिया है अगर मैं मारा गया तो मेरा वीडियो उन सभी के नाम बता देगा"।
अक्टूबर में कहा था- बंद कमरे में बैठकर मेरी हत्या करने की रची जा रही साजिश
वहीं पिछले माह 8 अक्टूबर को इमरान खान ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि "ईशनिंदा का अरोप लगाकर उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियांवाली में रैली में उन्होंने कहा कि मुस्लिम लीग-नवाज के नेता उन पर धार्मिक नफरत भड़काने के लिए ईशनिंदा का आरोप लगा रहे हैं और मुझे ईशनिंदा के अरोप में मारने का फैसला बंद कमरे में किया गया है"।