राज्यसभा में NCT Bill का विरोध करेगी कांग्रेस, मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया 'जन-विरोधी'
नई दिल्ली। सोमवार को दिल्ली उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाने वाला विधेयक संसद में पास होने से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2021 (एनसीटी बिल) राजधानी में उपराज्यपाल को और अधिक शक्तियां प्रदान करता है। 22 मार्च को इसे लोकसभा में पारित किया गया था जिस पर आम आदमी पार्टी (आप) ने कड़ा विरोध जताया। एनसीटी बिल 2021 को मंजूरी मिलने के बाद अब राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस विधेयक पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को अपने एक बयान में एनसीटी बिल 2021 को जन-विरोधी बताया। उन्होंने कहा, 'चुनी हुई सरकार, जिसमे लोग अपने प्रतिनिधी को चुनते हैं, उसका कोई वहां पर रोल नहीं रहेगा। यह बिल दिल्ली के आम लोगों के खिलाफ है।' उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वह तो एक राज्य है फिर भी वहां राज्यपाल एमएलसी नॉमिनेशन को पिछले चार-पांच महीने से रोके हुए हैं। दिल्ली में तो केंद्र सरकार एलजी को पूरा अधिकार देने जा रही है।
They should withdraw it &restore Delhi govt's power. Today it's AAP, tomorrow it'll be someone else. They can't snatch democratic rights of elected govt&Union Territories.We'll discuss it tomorrow at 10 am in Rajya Sabha: LoP Mallikarjun Kharge on NCT of Delhi(Amendment)Bill 2021 pic.twitter.com/5WR658cGU8
— ANI (@ANI) March 23, 2021
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, 'कांग्रेस राज्यसभा में इस बिल का विरोध करेगी। केंद्र सरकार को इसे वापस लेना चाहिए और दिल्ली सरकार की शक्ति को बहाल करना चाहिए। आज यह 'आप' के साथ हो रहा है, कल कोई और होगा। वे निर्वाचित सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों के लोकतांत्रिक अधिकारों को नहीं छीन सकते हैं। हम कल सुबह 10 बजे राज्यसभा में इस पर चर्चा करेंगे।' आपको बता दें कि लोकसभा में पास होने के बाद अब एनसीटी बिल 2021 को बुधवार यानी 23 मार्च को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। बिल से नाराज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सदन में हंगामा कर सकती है।
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