Coronavirus: मुंबई में 8 दिन पहले खुली थी नकली सैनिटाइजर फैक्ट्री, लाखों का माल बरामद
मुंबई। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है, जिसने लोगों के अंदर खौफ पैदा कर दिया है। कोरोना वायरस के देश में अब तक 75 लोग संक्रमित हो गए है। वहीं, कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के चलते बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की मांग एकाएक बढ़ गई है, जिसका लोग फायदा उठा रहे हैं। गुरुवार को मुंबई के वाकोला इलाके में पुलिस ने नकली सैनिटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से 4 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई की मुंबई फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट (एफडीए) को पता चला था कि कोरोना वायरस की वजह से बाजार में सैनिटाइजर की खपत बढ़ गई है, जिसका फायदा उठाते हुए कुछ लोग नकली सैनिटाइजर बनाकर बाजार में बेच रहे हैं। इसके बाद एफडीएन ने मुंबई के वकोला इलाके में संस्कार आयुर्वेद नामक कंपनी पर छापा मारा। जहां नकली सैनिटाइजर बनाने वाले अड्डे का पर्दाफाश हुआ। एफडीए के निरीक्षक धनंजय जाधव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'ये बिना परमिट के इसकी मैनुफैक्चरिंग कर रहे थे। इनके पास कोई लाइसेंस नहीं है। रेड में जो हैंडवॉश के बॉटल मिले हैं, उनमें किसी पर भी लाइसेंस नंबर, बैच नंबर नहीं है।'
वकोला, चारकोप ये ऐसे नाम हैं, जो मुंबई के इलाके हैं, लेकिन नकली सैनिटाइजर के धंधेबाज मेड इन चाइना के तर्ज पर मेड इन वकोला, मेड इन चारकोप नाम से नकली सैनिटाइजर बनाकर बाजार में बेच रहे थे। जांच में पता चला है कि सिर्फ 8 दिन के अंदर ऐसी नकली सैनिटाइजर और हैंडवॉश बनाने वाली कंपनियां बाजार में पैदा हो गईं हैं, जिनके पास न कोई रजिस्ट्रेशन नंबर है और न ही किसी तरह का लाइसेंस।
इन नकली सैनिटाइजर को बाजार में 105 रूपए से लेकर 190 रूपए की एक बॉटल के हिसाब से बाजार में बेचा जा रहा था। जिसमें सिर्फ पानी और निम्न स्तर के कच्चे माल का इस्तेमाल किया गया था। जो फायदा कम नुकसान ज्यादा करती है। एफडीए ने मुंबई में इन नकली सैनिटाइजर बनाने वाले अड्डे से करीब 1 लाख की कीमत का नकली माल पकड़ा है। हैरानी की बात है कि बगैर किसी भी तरह की जांच पड़ताल किए मेडिकल स्टोर धड़ल्ले से ग्राहकों को ये नकली सैनिटाइजर बेंच रहे है।
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