शिवसेना ने कहा- आजादी की लड़ाई में BJP का क्या है योगदान, हम अपना आत्मसम्मान गिरवी नहीं रख सकते
BMC चुनाव के दौरान मतदान के एक दिन बाद शिवसेना के मुखपत्र शिवसेना में प्रकाशित की गई संपादकीय में भाजपा और कांग्रेस की तुलना की गई है।
मुंबई। शिवसेना के दैनिक अखबार सामना ने बृहन्मुंबई नगरपालिका के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की खूब आलोचना की। बुधवार (23 फरवरी) को सामना के संपादकीय में शिवसेना को जहां विजेता घोषित कर दिया गया वहीं भारतीय जनता पार्टी पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया।
आजादी की लड़ाई में भाजपा का क्या योगदान!
संपादकीय में आजादी की लड़ाई के दौरान भाजपा के योगदान पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस से तुलना की गई है। लिखा गया है कि केवल राम मंदिर का मुद्दा जिसका नेतृत्व लाल कृष्ण आडवाणी ने किया लेकिन अब भगवान राम भी निर्वासन झेल रहे हैं।
सत्ता का दुरूपयोग करने BJP ने कांग्रेस को छोड़ा पीछे
संपादकीय में लिखा गया है कि कांग्रेस पर दाम बढ़ने के आरोप लगाए जाते रहे हैं लेकिन बावजूद दामों के कम करने के भाजपा भी यही काम कर रही है। संपादकीय में दावा किया गया है कि आज के समय में कांग्रेस और भाजपा में कोई अंतर नहीं है। लिखा गया है कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर दबाव की रणनीति बनाने में कांग्रेस को पीछे छोड़ चुकी है।
सामना को बैन करने की मांग पर सवाल
लिखा गया है कि आज भाजपा के नेता बेशर्मों की तरह सैनिकों की पत्नियों पर संदेह कर रहे हैं और मुख्यमंत्री चुप्पी साध कर बैठे हैं। संपादकीय में सामना को बैन करने की मागं पर लिखा गया है कि यह सही हो सकता है कि कांग्रेस, अखंड, तानाशाही पार्टी होगी लेकिन आज के शासक उनसे कैसे अलग हैं? क्या सामना पर बैन करने की मांग का जवाब कोई दे सकता है?
हम गिरवी नहीं रख सकते आत्मसम्मान
संपादकीय में कहा गया है कि शिवसेना किसी की दया पर नहीं जिंदा है। हम अपना आत्मसम्मान गिरवी नहीं रख सकते। संपादकीय के आखिर में लिखा गया था कि शिवसेना जीतेगी। बता दें कि गुरूवार को आए परिणामों में मुंबई महानदगरपालिका की 227 सीटों में से 84 सीटें शिवसेना और 82 सीटें भाजपा के खाते में आई हैं। फिलहाल यह संशय है कि शिवसेना और भाजपा की दोस्ती फिर से बनेगी या दोनों में कोई नया साथी ढूंढेगा।