'अगर मेरा धर्म इजाजत नहीं देगा तो मैं भी 'वंदे मातरम' के विरोध में खड़ा हूं'
Moradabad news, मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार एसटी हसन ने विवादित बयान दिया है। एसटी हसन ने 'वंदे मातरम' को धर्म से जोड़ते हुए कहा कि वह इस बारे में धार्मिक गुरु से विचार करेंगे, अगर उनका धर्म उन्हें इजाजत नहीं देता तो वो भी 'वंदे मातरम' के विरोध में खड़े हैं।
शफीकुर्रहमान बर्क ने किया था 'वंदे मातरम' का विरोध
दरअसल, संभल लोकसभा से चुनाव लड़ रहे डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने मुरादाबाद में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि वह आज भी 'वंदे मातरम' का विरोध करते हैं। उन्होंने पिछली सरकार में संसद में चल रहे राष्ट्र गीत का विरोध करते हुए वाकआउट कर दिया था।इस मामले में जब एसटी हसन से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ''इस बारे में धार्मिक गुरु से विचार करेंगे, अगर उनका धर्म उन्हें इजाजत नहीं देता तो वो भी 'वंदे मातरम' के विरोध में खड़े हैं।''
सपा-बसपा गठबंधन ने एसटी हसन को बनाया उम्मीदवार
पिछले कई दिनों से सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार पर चल रहा घमासान आखिकार शनिवार की रात उस समय थम गया जब मीट कारोबारी नासिर कुरैशी का टिकट काटकर आजम खान के नजदीकी डॉ. एसटी हसन के नाम कर दिया। इस टिकट बदलाव के चलते सपा में ही गुटबंदी नजर आने लगी है। वहीं, एसटी हसन ने उन अफवाहों को भी दरकिनार करने की कोशिश की जिसमें कहा जा रहा था की आजम खान ने उनका टिकट कराने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा भेजते हुए ब्लैकमेल कर मीट कारोबारी नासिर कुरैशी का टिकट कटवा दिया।
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