7 फेरों से पहले ससुराल पहुंची दुल्हन, दूल्हा भी हुआ खुश फिर दोनों ने उठाया शानदार कदम
Mirzapur news, मिर्जापुर। मिर्जापुर जिले के एक गांव में दहेज का विरोध करते दुल्हन ने साहसिक फैसला लिया जो चर्चा का विषय बना हुआ है। दहेज में बाइक की बात सुनकर दुल्हन एक दिन पहले दूल्हे के घर एकेले पहुंच गई और दूल्हे के माता-पिता से बात की। बात नहीं बनने पर वापस लौट आई। दुल्हन के इस साहसी फैसले का कायल दूल्हा भी पीछे-पीछे उसके घर पहुंचा। फिर दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली।
दहेज
में
मांगी
थी
बाइक
लालगंज
के
लालापुर
से
बसेड़ा
गांव
में
मंगलवार
को
बारात
आनी
थी।
सोमवार
को
दूल्हे
का
पिता
दहेज
में
बाइक
की
मांग
पर
अड़
गया।
यह
बात
दुल्हन
के
परिवार
को
पता
चली
तो
सभी
परेशान
हो
गए।
दुल्हन
को
यह
बात
पता
चली
तो
उसने
दहेज
से
लड़ने
का
संकल्प
लेते
हुए
परिवार
को
बिना
कुछ
बताए
अकेले
दूल्हे
के
घर
पहुंच
गई।
दूल्हे
के
माता-पिता
से
बात
कर
बोली
कि
बिना
दहेज
के
विवाह
करूंगी।
लड़की
के
साहस
व
निर्भिकता
देख
सभी
के
होश
उड़
गए।
घर
में
कानाफूसी
होने
लगी
कि
यह
लड़की
बिना
विवाह
के
घर
आ
गई
है।
युवक
हुआ
दुल्हन
का
कायल
दुल्हन
के
इस
फैसले
का
युवक
भी
कायल
हो
गया।
उसने
भी
मन
में
ठान
लिया
कि
चंदा
ही
मेरी
अर्धांगिनी
बनेगी।
ऐसे
विवाह
के
विरोध
में
पूरा
परिवार
एक
हो
गया,
पर
साहसी
युवती
ने
युवक
का
साथ
पाते
ही
साफ
घोषणा
कर
दिया
कि
मंगलवार
को
मंदिर
में
शादी
करेंगी।
उसके
दृढ़
इरादे
देख
लड़के
के
घर
वाले
लड़की
के
पिता
को
सूचना
देते
हुए
कहा
कि
आपकी
लड़की
मेरे
घर
आई
है।
दोनों
पक्ष
लंबे
समय
तक
मंदिर
में
विवाह
करने
के
लिए
ना-नुकर
करते
रहे
लेकिन
लड़की
के
सामने
सभी
लाचार
होकर
मंदिर
में
विवाह
के
लिए
तैयार
हो
गए।
सुबह
मंगलवार
को
दोनों
परिवारों
के
उपस्थिति
में
दोनों
की
शदी
हुई।
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