मेरठ में पकड़ा गया मोबाइल स्नैचिंग गैंग, नेपाल-थाईलैंड में करता था सप्लाई, चोरों को मिलती थी सैलरी
मेरठ। पिछले काफी समय से यूपी समेत देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना इंटरनेशनल गैंग मेरठ पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना शरद गोस्वामी समेत कुल 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। एडीजी ने बताया कि गिरोह ने एक संगठित तरीके से यहां चोरों का नेटवर्क खड़ा किया था। जहां सभी चोर एक एम्पलॉय की तरह काम कर रहे थे। जिनको महीने की तनख्वाह भी दी जाती थी, साथ ही मोबाइल फोन चोरी करने का टारगेट भी दिया जाता था।
देश में करते है 80 सदस्य काम
एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस वार्ता करते हुए मीडिया को बताया कि गिरोह का सरगना शरद गोस्वामी है। जिसके साथ इरफान, अमरीश, अमित गोस्वामी, अभिषेक, शलभ और आलिब को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से देश के विभिन्न राज्यों से लूटे गए 280 मोबाइल, 6 लैपटॉप, एक टेबलेट, भारी मात्रा में हथियार और कारतूस व दो कार बरामद की गई है। बरामद मोबाइल और लैपटॉप की कीमत करोड़ों में है। उन्होंने बताया कि लुटेरों का यह गिरोह काफी बड़ा है। पूरे देश में इस गिरोह के लगभग 80 सदस्य काम कर रहे हैं। जिनमें से 13 बदमाशों को चिन्हित कर सात को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सभी राज्यों में फैला है नेटवर्क
एसएसपी ने बताया कि बदमाशों का यह गिरोह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में मोबाइल और लैपटॉप लूट की घटनाओं को अंजाम देता था। इसके बाद गिरोह के सदस्य लूटे गए मोबाइल या लैपटॉप की फोटो गिरोह के सरगना शरद गोस्वामी को व्हाट्सएप करते थे। शरद इन फोटो पर लूट के माल की कीमत डालकर उन्हें आगे खरीदारों को फॉरवर्ड कर देता था। लूट के मोबाइलों की खेप सौ-सौ की संख्या में तैयार की जाती थी। इसके बाद उसके बंडल बनाकर इसे अन्य राज्यों या विदेशों में सप्लाई कर दिया जाता था।
लूटे मोबाइल को बेचने के लिए खोले शोरूम
एसएसपी ने बताया कि लूटे गए मोबाइल को ये गैंग गिरोह के सदस्य नदीम के पास भेज देता था। नदीम मुंबई में रहकर काम करता है। नदीम ने मोबाइल का शोरूम मुंबई, बेंगलुरु और इंदौर में बनाया है, जिसमें इन मोबाइलों में से बिक्री के लिए रखा जाता है। नदीम इन मोबाइलों को नेपाल, थाईलैंड और चीन भी भेज दिया करता था। गिरोह के सरगना शरद गोस्वामी से जुड़े 4 बैंक खातों में करीब 15 महीने में तीन करोड़ 34 लाख 68 हजार 974 रुपए रुपयों का लेनदेन किया गया है।
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