मेरठ के अस्पताल में 5 मरीजों की मौत, लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने किया हंगामा और तोड़फोड़
मेरठ, मई 03: उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऑक्सीजन की कमी के चलते प्रदेश के अलग-अलग जिलों से मरीजों की मौम की खबरें सामने आ रही हैं। मेरठ मेडिकल थाना क्षेत्र के न्यूटीमा हॉस्पिटल में रविवार को कोरोना के पांच मरीजों की मौत हो गई। परिजनों ने ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने और इलाज में लापरवाही से मौत का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया। इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई। सूचना मिलने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और हालात को काबू किया। खुद सीएमओ अखिलेश मोहन भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कुछ समय के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हुई। आरोप जांच का विषय हैं।
Recommended Video
ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से मरीजों की मौत का आरोप
जानकारी के मुताबिक, न्यूटीमा हॉस्पिटल में कोविड और नॉन कोविड मरीज भर्ती हैं। रविवार दोपहर से शाम तक अस्पताल में पांच लोगों की मौत हो गई। शाम को अचानक तीन मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना था कि ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से मरीज तड़पने लगे और मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसे लेकर अस्पताल में बखेड़ा हो गया। गुस्साए परिजन हंगामा करने लगे। सूचना पाकर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ लग गई।
यूपी में कोरोना के पिछले 24 घंटों में 30,983 नए मामले, 290 लोगों की मौत
अस्पताल में की तोड़फोड़
गुस्साए परिजनों ने पुलिस के सामने अस्पताल में तोड़फोड़ की। पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया। लोगों ने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से हापुड़ निवासी पवन वर्मा (42), आरके पुरम निवासी अशोक गोयल (55) के अलावा मुरादाबाद निवासी एक महिला की मौत हुई है। न्यूटीमा अस्पताल के एमडी डॉ. संदीप गर्ग का कहना है कि पांच लोगों की मौत हुई है। उनके परिजन ऑक्सीजन के अभाव के कारण मौत होना बता रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। लोग अपनों को खोने का गम बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और बेकाबू हो जा रहे हैं। इस मामले में सीएमओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। अस्पताल में ऑक्सीजन थी, बाधित हुई या नहीं हुई यह जांच का विषय है।