Pune: महाराष्ट्र राज्यपाल के काफिले को काले झंडे दिखाने वाले स्वराज्य संगठन के सदस्य हिरासत में लिए गए
महाराष्ट्र गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर एक बयान दिया था जिसके विरोध में पुणे में शुक्रवार को उनके काफिले को काला झंडा दिखाया गया। पुलिस ने स्वराज संगठन के सदस्यों को हिरासत में लिया है।
Chhatrapati Shivaji Rao Controversy: महाराष्ट्र के राज्यपाल शुक्रवार को पुणे पहुंचे थे। महाराष्ट्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का काफिला निकल रहा था तब स्वराज संगठन के कुछ सदस्यों ने काले झंडे दिखाए। जिन्हें तुरंत पुणे की पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रदेश के राज्यपाल को ये काला झंडा छत्रपति शिवाजी महाराज पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में दिखाया गया।
महाराष्ट्र राज्यपाल के बयान मचा था बवाल
बता दें पिछले दिनों राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विवि के दीक्षांत समारोह में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को मानद उपाधि देते हुए शिवाजी महाराज को पुराने जमाने का आदर्श बताते हुए विवादित बयान दिया था। जिसके बाद शिवसेना ने जमकर विरोध जताया था और उद्धव ठाकरे समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने कोश्यारी को राज्यपाल पद से हटाने की मांग की थी। इसके साथ ही शिवाजी महाराज का अपमान करने पर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार की आलोचना भी की थी।
शिवाजी पुराने जमाने के आदर्श और गडकरी इस युग के आदर्श
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने नंवबर महीने की शुरुआत में विवि कार्यक्रम में शिवाजी महाराज पिछले जमाने का आदर्श बताते हुए भाजपा नेता नितिन गडकरी को वर्तमान समय का आदर्श बताया था। उन्होंने कहा था जब हम छोटे थे तो स्कूल में पूछा जाता था कि आपके फेवरेट लीडर कौन हैं? तो आपको आपका फेवरेट लीडर नितिन गडकरी के रूप में यहीं मिल जाएगा।
मुंबई हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई
शिवाजी महाराज पर बयान देने पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ मुंबई हाईकोर्ट में याचिका भी वरिष्ठ वकील नितिन सातपुत दायर की थी और कोश्यारी को राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की थी।
शिवाजी को पुराना आदर्श बताकर कोश्यारी बुरे फसे
छत्रपति शिवाजी महाराज को पुराना आदर्श बताने के बाद से महाराष्ट्र में कोश्यारी का जमकर विरोध हो रहा है। यहीं नही उनके इस्तीफा देने की बात भी सामने आई थी लेकिन राज्यपाल भवन ने उसे कोरी अफवाह बताया था।
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