भविष्य में बाढ़-भूस्खलन से निपटने के लिए NDRF स्टाइल फोर्स का गठन करेगी महाराष्ट्र सरकार
मुंबई, 25 जुलाई। महाराष्ट्र में भीषण बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं जबकि कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन होने की वजह से सौ से ज्यादा लोग भी मारे गए हैं। भविष्य में बाढ़-भूस्खलन से पीड़ित लोगों की सुरक्षा के लिए एक उचित बाढ़ प्रबंधन प्रणाली लागू करने की घोषणा की है। इसके अलावा राज्य से सभी जिलों में एनडीआरएफ की शैली वाले बलों का गठन किया जाएगा। सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को चिपलून में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये ऐलान किया।
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र को भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार देर रात भविष्यवाणी की है कि पश्चिमी तट पर जल्द ही बारिश की गतिविधि कम होने की उम्मीद है। महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण संभाग में पिछले तीन दिन दिनों से भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। राज्य में मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कहर से अब तक 112 लोगों से अधिक की मौत हो चुकी है और 99 लोग लापता हैं। मृतकों में सबसे ज्यादा रायगढ़ जिले के 52 लोग शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को रत्नागिरी जिले के चिपलून शहर का दौरा किया, जहां इस सप्ताह मूसलाधार बारिश से काफी नुकसान हुआ है। दो दिन तक मुख्य बाजार 10 से 12 फीट ऊंचे पानी में डूबा रहा। उद्धव ठाकरे ने कहा, 'बारिश, बाढ़, पानी यहां के लोगों के लिए कोई नई बात नहीं है लेकिन इस बार जो हुआ वह अकल्पनीय था। पानी के तेजी से बढ़ने से वे अपना सामान भी नहीं बचा पाए। चिपलून के व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने अपनी शिकायत चिपलून में मुख्यमंत्री से की। सीएम ने कहा, मैंने आज चिपलून के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है और नागरिकों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, लोगों का भारी नुकसान हुआ है। सोमवार को मैं पश्चिमी महाराष्ट्र की भी समीक्षा करूंगा, जहां एक बड़ा बाढ़ संकट है।