'मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा...', उद्धव के इस्तीफे के बाद वायरल हुआ फडणवीस का 2019 का वीडियो
मुंबई, 30 जून। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने एक साथ मिलकर लड़ा था। दोनों ही दलों के बीच पिछले दो दशकों से गठबंधन था और चुनाव में भाजपा और शिवसेना को पूर्ण बहुमत मिला था। लेकिन जिस तरह से चुनाव के नतीजे आने के बाद शिवसेना ने मुख्यमंत्री की कुर्सी के विवाद के चलते भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ लिया था। भारतीय जनता पार्टी से अलग होने के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाई। लेकिन अब जब महाविकास अघाड़ी की सरकार गिर गई है तो 2019 में देवेंद्र फडणवीस का बयान काफी वायरल हो रहा है।
इसे
भी
पढ़ें-
क्या
2005
का
इतिहास
दोहरा
पाएंगे
आदित्य
ठाकरे,
आसान
नहीं
होगा
शिवसेना
को
खड़ा
कर
पाना
2019 में सदन में हाल ए दिल किया था बयां
दरअसल
2019
में
जब
देवेंद्र
फडणवीस
विपक्ष
के
नेता
बने
थे
तो
उन्होंने
सदन
में
उस
वक्त
ही
वापसी
के
संकेत
दे
दिए
थे।
देवेंद्र
फडणवीस
ने
उस
वक्त
सदन
में
सत्ता
पक्ष
को
तंज
मारते
हुए
कहा
था
कि
मेरा
पानी
उतरता
देख
मेरे
किनारे
पर
घर
मत
बसा
लेना,
मैं
समंदर
हूं
लौटकर
वापस
आउंगा।
फडणवीस
के
इसी
बयान
की
काफी
चर्चा
हो
रही
है
और
उनके
इस
बयान
का
वीडियो
सोशल
मीडिया
पर
काफी
तेजी
से
वायरल
हो
रहा
है।
दरअसल
महाराष्ट्र
में
जबसे
पूरा
सियासी
संकट
शुरू
हुआ
था
उसके
बाद
से
ही
आरोप
लग
रहे
थे
कि
भारतीय
जनता
पार्टी
इस
पूरे
खेल
में
पर्दे
के
पीछे
शामिल
है।
पर्दे के पीछे भाजपा !
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ बगावत की और कई विधायकों के साथ गुजरात के सूरत चले गए। इसके कुछ दिन बाद वह असम के गुवाहाटी स्थित रैडिसन ब्लू होटल चले गए। रैडिसन ब्लू होटल में कई दिनों तक जिस तरह से विधायक रुके रहे और उन्हें यहां पर सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई गई उसके बाद से ही यह चर्चा होने लगी थी कि भाजपा इस पूरे पर्दे के पीछे शामिल है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने इस पूरे सियासी संग्राम से खुद को अलग रखा और कहा था कि यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है।
सत्ता में वापसी!
यहां याद रखने वाली बात है कि जिस समय देवेंद्र फडणवीस ने सदन में अपने दिल का हाल बयां किया उस वक्त महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले थे, जोकि भाजपा से इस्तीफा देकर दिसंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद माना जा रहा है देवेंद्र फडणवीस जल्द ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एकनाथ शिंदे गुट भाजपा के संपर्क में है और खुद एकनाथ शिंदे कह चुके हैं कि वह सदन में बहुमत साबित कर देंगे, जिससे साफ है कि वह भाजपा के साथ जाने के लिए तैयार हैं।
मेरा पानी उतरता देख
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 1, 2019
मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना
मैं समंदर हूँ
लौटकर वापस आऊँगा ! #Maharashtra #MaharashtraAssembly pic.twitter.com/erM8LJeQKi