एंटीलिया केस में NIA का दावा, गाड़ी खड़ी करने साजिश में सचिन वाजे के साथ मनसुख हिरेन भी था शामिल
मुंबई। एशिया और भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया से कुछ दूरी पर 20 जिलेटिन छड़ के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी मिलने के मामले की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। एनआईए ने दावा किया है कि 25 फरवरी को एंटीलिया के पास खड़ी करने के षड़यंत्र में सस्पेंड चल रहे पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे के साथ मनसुख हिरेन भी शामिल था। एनआईए ने ये भी दावा किया है कि केस से जुड़े दूसरे षययंत्रकारियों ने 2 से 3 मार्च के बीच मनसुख हिरेन को खत्म करने का साजिश रची।

समुद्र के पास खाई में मिली थी वाजे की लाश
एंटीलिया के पास जिलेटिन छड़ के साथ मिली स्कॉर्पियो कार थाने में ऑटो पार्ट्स की दुकान करने वाले मनसुख हिरेन की थी। 4 मार्च को मनसुख हिरेन के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और अगले दिन उनका शव कालवा के पास समुद्र में खाई में मिला था।
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने बुधवार को स्पेशल कोर्ट में सचि वाजे की कस्टडी की मांग करते हुए बताया "मनसुख हिरेन सार्वजनिक रोड पर जिलेटिन के साथ एसयूवी खड़ी करने के षड़यंत्र में शामिल था। उसे खत्म कर दिया गया है।" पिछली सुनवाई के दौरान एनआईए ने दावा किया था कि वह हिरेन की हत्या के पीछे की वजह का पता लगाने के बेहद करीब हैं।

हिरेन की हत्या की साजिश के वक्त मौजूद था वाजे
हालांकि एनआईए बुधवार को हत्या की वजह नहीं बताई लेकिन दावा किया कि उसे शक है कि वाजे ने हिरेन को मारने के लिए पैसों की मदद दिलाई थी। वाजे के अलावा एनआईए ने सस्पेंड पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और सट्टेबाज नरेश गौड़ को आरोपी बनाया है। उनका दावा है कि उन्होंने वाजे को सिम कार्ड उपलब्ध कराया था।
शिंदे और वाजे कथित तौर पर उस मीटिंग में मौजूद थे जहां पर हिरेन की हत्या की योजना बनाई गई थी। एनआईए को हिरेन और वाजे के बीच 17 फरवरी को हुई मुलाकात की सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी है। इसके एक दिन पहले ही मनसुख हिरेन ने उस गाड़ी चोरी होने का दावा किया था जिसमें जिलेटिन की छड़े रखी गई थीं।
एनआईए का दावा है कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि सचिन वाजे मनसुख हिरेन को एंटीलिया केस का आरोप अपने ऊपर लेने के लिए मनाने की कोशिश की थी जिसे हिरेन ने इनकार कर दिया था।

एनआईए पता लगा रही साजिश की वजह
एनआईए ने कोर्ट को बताया वाजे से जुड़ी एक फर्म से जुड़े निजी बैंक में 1.51 करोड़ रुपये मिले थे जिसमें से 76 लाख रुपये एक साथी को दिए थे। एजेंसी ने बताया कि यह जांच की जा रही है कहीं ये पैसा एंटीलिया केस में जिलेटिन की छड़ खरीदने के लिए तो नहीं इस्तेमाल हुआ है।
एनआईए के वकील ने कोर्ट से कहा कि एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये साजिश क्यों रची गई थी? वहीं कोर्ट में वाजे के वकील ने हिरासत की अवधि बढ़ाए जाने की मांग का विरोध नहीं किया।
एंटीलिया-मनसुख मर्डर केस: CBI को मिली सचिन वाझे से पूछताछ की अनुमति, 9 अप्रैल तक बढ़ी NIA की हिरासत