उमा भारती ने ओरछा में शराब दुकान पर गोबर फेंका, बोली-पवित्र नगरी में दुकान खोलना महाअपराध
सागर, 15 जून। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीती शाम ओरछा में विवेकानंद तिराहे पर खुली शराब दुकान पर गोबर फेंककर विरोध जताया। वे पूर्व में राजधानी भोपाल में शराब दुकान पर पत्थर मारकर अपना विरोध जता चुकी हैं। मंगलवार शाम को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पावन नगरी ओरछा के माथे पर यह शराब दुकान कलंक है।
भाजपा की फायर ब्रांड नेता पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मप्र में शराबनीति को लेकर अपनी ही पार्टी की शिवराज सरकार को घेरने में जुटी हैं। मंगलवार शाम को झांसी की तरफ से ओरछा जाते हुए वे कुश गांव के पास विवेकानंद तिराहे पर रुक गईं। उनके साथ समर्थक और आसपास के ग्रामीण मौजूद थे। उन्होंने तिराहे पर स्थित देशी-अंग्रेजी शराब दुकान के बाहर पहुंचकर सडक से गोबर उठाया और शराब दुकान पर दे मारा। उन्होंने तीन से चार बार दुकान में गोबर फेंककर विरोध जताया। उल्लेखनीय है कि उन्होंने कुछ इसी अंदाज में भोपाल में भी बीते दिनों शराब दुकान पर पत्थर मारकर शराब नीति का विरोध जताया था।
सोशल
मीडिया
में
बोली-
ओरछा
में
शराब
दुकान
महाअपराध
उमा
भारती
ने
देर
शाम
सोशल
मीडिया
पर
खुलकर
इस
मामले
में
जानकारी
दी
और
कहा
कि
ओरछा
के
प्रवेश
द्वार
पर
यह
शराब
दुकान
खोल
दी
गई।
यह
दुकान
दूर
गांव
नपटी
के
लिए
स्वीकृत
है,
ओरछा
के
प्रवेश
द्वार
पर
इसे
खोलना
गलत
है।
हमारे
संगठन
और
जनता
ने
इसको
लेकर
लगातार
धरना
प्रदर्शन
किए
और
सरकार
को
ज्ञापन
भी
दिया
है।
भगवान
राम
की
दो
ही
पावन
नगरी
है
एक
आयोध्या
और
दूसरा
ओरछा।
यहां
शराब
दुकान
पावन
नगरी
के
माथे
पर
कलंक
है
और
यह
महाअपराध
है।
इसको
हटवाने
के
विरोध
में
अब
लोग
यदि
कोई
एक्शन
लेंगे
तो
इसे
अपराध
नहीं
कहा
जाएगा।
रामराजा
के
दर्शन
करने
यहीं
से
जाते
हैं
शराब
दुकान
पर
गोबर
फेंकने
के
बाद
उमा
भारती
ने
कहा
कि
मुझे
जो
जानकारी
है
उसमें
एक
महीने
पहले
यह
दुकान
यहां
खोली
गई
है।
इसी
रास्ते
से
ओरछा
में
श्री
रामराजा
सरकार
के
दर्शन
के
लिए
जात
हैं,
उसी
रास्ते
पर
दुकान
खोलने
का
मतलब
यही
निकलेगा
कि
दर्शन
के
लिए
जाने
से
पहले
शराब
का
आचमन
करें।
उन्होंने
कहा
कि
यहां
आने
से
पहले
मैंने
फोन
भी
किया
था
कि
मैं
दर्शन
के
लिए
ओरछा
आ
रही
हूं,
मुझे
दुकान
बंद
मिले।
इसके
बाद
भी
दुकान
खुली
मिली,
इसके
बाद
ही
हमने
गोबर
बुलवाकर
छिडक
दिया
है।