मध्य प्रदेश: झरने में अचानक बाढ़ आने से बहे 12 लोग, 8 युवकों के शव हुए बरामद
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के शिवपुरी और ग्वालियर सीमा के पास मोहना स्थित सुल्तानगढ़ वाटरफॉल में बहे 12 युवकों में से 8 के शव 38 घंटे की मशक्कत के बाद निकाल लिए गए। शुक्रवार की सुबह 6 बजे पहला शव ग्वालियर निवासी निशिकांत कुशवाह का बरामद हुआ। इसके बाद एक-एक कर शाम ढलने तक कुल 8 शव झरने की चट्टान के नीचे भरे पानी से बरामद किए गए। जबकि चार युवकों की तलाश की जा रही है।
15 अगस्त को पिकनिक मनाने गए करीब 12 लोग पानी का तेज बहाव आने के कारण बह गए थे और करीब 40 लोग चट्टान पर फंस गए थे। फंसे लोगों को बुधवार की रात निकाल लिया था। लेकिन बहे लोगों का पता नहीं चल सका था। जबकि पानी में बहे 12 युवकों की तलाश आज तीसरे दिन भी जारी रही। आज जब पानी का बहाव कम हुआ तो स्थानीय पुलिस ने गोताखोरों की मदद से एक बार फिर सर्चिंग शुरू की। शाम तक चली तलाश में गोताखोरों ने झरने के गहरे पानी में से आठ शव बरामद कर लिए।
पुलिस का कहना है कि इनमें से सात की पहचान तो हो गई, लेकिन एक की शिनाख्त नहीं हो सकी। पुलिस के अनुसार सभी मृतक ग्वालियर के बताए गए हैं। पुलिस ने बताया कि निशिकांत कुशवाह, सोनू उर्फ सुरेन्द्र चौहान, अभिषेक कुशवाह, रवि कुशवाह, भूपसिंह कुशवाह निवासी गिरवाई, फैज खान और विशाल सिंह चौहान निवासी शर्मा फार्म के पास पीएचई कालोनी के रूप में हुई है। एक शव की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। वहीं बाकी चार लापता लोगों की तलाश में पुलिस और गोताखोरों की टीम घटना स्थल पर तैनात है।