MP: मतदान केंद्र पर भाजपा विधायक और कांग्रेस के पूर्व मंत्री में विवाद, परिजन और समर्थकों में मारपीट
सागर, 13 जुलाई। टीकमगढ़ में मतदान के दौरान कांग्रेस से पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक के परिजनों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा कि परिजन और समर्थक आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे से मारपीट पर उतर आए। विधायक का आरोप है कि उनके भाई व उन पर पूर्व मंत्री के परिजन ने जानलेवा हमला किया है। दरअसल दोनों के परिजन टीकमगढ के वार्ड क्रमांक-1 से मैदान में हैं। मामले की जानकारी मिलते ही एसपी-कलेक्टर मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया।
जानकारी अनुसार टीकमगढ में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला और स्थानीय बीजेपी विधायक राकेश गिरी के बीच विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओंके समर्थक आपस में भिड़ गए। जिसमें विधायक के भाई को चोट भी आई है। घटना के बाद मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
मौके
पर
पहुंची
पुलिस
को
हल्का
बलप्रयोग
करना
पड़ा
दरअसल
पूरा
मामला
टीकमगढ़
नगर
के
वार्ड
नंबर-1
के
मतदान
केन्द्र
का
है,
जहां
आज
मतदान
के
दौरान
पोलिंग
बूथ
के
अंदर
किसी
बात
को
लेकर
भाजपा
व
कांग्रेस
प्रत्याशी
के
बीच
कहासुनी
हो
गई
जैसे
ही
इसकी
खबर
बूथ
के
बाहर
लगी
तो
दोनों
पक्ष
के
लोग
आक्रोशित
होकर
आपस
में
भिड़
गए
और
इसमें
विधायक
के
भाई
गोलू
गिरी
को
चोटें
आई
हैं।
नेताओं
के
समर्थकों
में
झड़प
के
बाद
मौके
पर
भारी
भीड़
जमा
हो
गई,
जिसके
बाद
मौके
पर
पहुंची
पुलिस
ने
हल्का
बल
प्रयोग
कर
भीड़
को
तितर-बितर
किया।
पूर्व मंत्री व विधायक भी एक-दूसरे से भिड़ गए
उधर घटना की सूचना लगते ही भाजपा विधायक राकेश गिरी व कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए जहां दोनों के बीच न केवल कहा सुनी हो गई बल्कि आपस में भिड़ गए। दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी और कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। फिलहाल सभी से शांति रखने की अपील की गई है।
विधायक का आरोप: कांग्रेस हार से घबरा गई, इसलिए हमला कर रही
वहीं इस मामले में भाजपा विधायक राकेश गिरी का कहना है कि उसका छोटा भाई नगर के वार्ड क्रमांक-1 में भाजपा प्रत्याशी नेहा गिरी का पोलिंग एजेंट था, जहां कांग्रेस नेता यादवेन्द्र सिंह बुन्देला एवं उनके परिजनों ने मौके पर पहुंचकर उसकी मारपीट की गई। विधायक आरोप है कि सूचना मिलने पर वह अपनी पत्नी लक्ष्मी गिरी के साथ मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ भी मारपीट की गई। विधायक ने कहा कि कांग्रेस हार से घबराई हुई है जिससे इस प्रकार के कदम उठा रही है।
2018 के विधानसभा में आमने-सामने थे दोनों नेता
दरअसल बीजेपी विधायक राकेश गिरी और कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह बुंदेला के बीच 2018 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला हुआ था। जहां जीत राकेश गिरी को मिली थी। बताया जाता है कि दोनों का शहर की राजनीति में अच्छा खासा दखल है, बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से दोनों नेताओं के समर्थित प्रत्याशी मैदान में हैं।