सागरः हाईवे किनारे बसे गांवो में गाय-बछड़ों में लंपी वायरस के लक्षण, विभाग को खबर तक नहीं
सागर, 12 अगस्त। राजस्थान और गुजरात के बाद अब मप्र में सीमा से सटे जिलों में पालतु मवेशियों में लंपी वायरस के प्रकोप के बाद यह वायरस सागर जिले तक पहुंच गया है। जिले के हाईवे किनारे बसे गांवों में मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं। सबसे ज्यादा गो-वंश प्रभावित नहर आ रहा है। जबकि पशु चिकित्सा विभाग इस सबसे अनजान बना हुआ है। सबसे ज्यादा गो-वंश प्रभावित नहर आ रहा है।
सागर में हाईवे के किनारे बसे कई गांवों में गाय, बैल, बछड़ों में लंपी वायरस का प्रकोप दिखने लगा है। इसको किसान किसान, छोटे पशु पालक और डेयरी संचालक तक परेशान हैं। मकरोनिया इलाके से लगे पटकुई, मकरोनिया, पामाखेड़ी, ईसुरवारा सहित आसपास के गांवों से जानकारी सामने आई है कि उनके पालतु पशुओं को तेज बुखार आ रहा है। वे खाना-पीना छोड़ रहे हैं। बुखार का इलाज कराया तो तापमान कम होने के बाद शरीर पर दाने-दाने दिखने लगे हैं। यह बड़े हो रहे हैं और पशुओं को काफी तकलीफ भी हो रही है। पिछले साल भी लंपी वायरस का प्रकोप सामने आया था। करीब दो महीने तक इसका असर देखने को मिला था। यह वायरल रोग है जो एक गाय से दूसरी गाय में फैलता जाता है।
गो सेवक इलाज करा रहे हैं
शहर के गो सेवक वासु चैबे और सूरज सोनी ने बताया कि उन्होंने आसपास के इलाके में कई पशु पालकों के घर पली गायों का इलाज कराया है। शहर के आसपास के इलाके में सबसे ज्यादा मकरोनिया से सटे गांवों में पशुओं में लक्षण नजर आ रहे हैं। गाय बछड़ों के शरीर पर गांठे बन रही हैं, कुछ समय बाद इनमें घाव हो जाते हैं। जानवरों को काफी तकलीफ भी झेलना पड़ रही है। पशु चिकित्सकों को मवेशी पालक घर बुलाकर गाय, बछड़े, बैलों का इलाज करा रहे हैं। जबकि विभाग का तर्क है कि हमारे पास अभी तक एक भी इस तरह का केस सामने नहीं आया है। सरकारी अस्पताल में एक भी मवेशी लेकर कोई व्यक्ति नहीं आया है।
गो
रक्षा
कमांडो
फोर्स
से
मदद
मांग
रहे
लोग
सागर
में
गो
रक्षा
कमांडो
फोर्स
के
प्रदेशाध्यक्ष
सूरज
सोनी
बताते
हैं
कि
लोग
विभाग
के
पास
जाने
के
बजाय
हमारे
पास
फोन
लगाकर
पशुओं
की
बीमारी
और
समस्या
बताकर
मदद
मांग
रहे
हैं।
हम
सभी
निजी
स्तर
पर
उनके
मवेशियों
का
इलाज
तो
करा
रहे
हैं,
लेकिन
विभाग
को
इसमें
आगे
आना
चाहिए।
मवेशियों
का
वैक्सीनेशन
व
इलाज
कराना
चाहिए,
ताकि
लंपी
वायरस
जैसी
बीमारी
को
फैलने
से
रोका
जा
सके।
वैक्सीन
आने
में
दो
हफ्ते
का
समय
लगेगा
पशु
चिकित्सा
विभाग
के
उप
संचालक
बीके
पटेल
ने
मीडिया
को
बताया
कि
अभी
तक
किसी
भी
वेटरनरी
अस्पताल
में
इस
तरह
का
एक
भी
केस
सामने
नहीं
आया
है।
हम
अपने
स्तर
पर
जांच
करा
रहे
हैं।
लंपी
वायरस
फैलने
की
आशंका
तो
है।
इसी
वैक्सीन
आने
में
अभी
करीब
दो
हफ्ते
का
समय
लगेगा।