खजुराहो में इंडियन फ्लाइंग एकेडमी को डीजीसीए से हरीझंडी, दिसंबर से एडमिशन
Indian Flying Academy Khajuraho बुंदेलखंड में पहली अंतरराष्ट्रीय स्तर की इंडियन फ्लाइंग एकेडमी को डीजीसीए से अनुमति मिल गई है। दिसंबर से यहां प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। यहां बुंदेलखंड सहित देश-विचदेश से पायलट की ट्रेनिंग लेने वाले लोग आएंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी के रेवेन्यु में भी बढोत्तरी होगी।
केंद्र सरकार ने मप्र के खजुराहो सहित देश में आठ इंडियन फ्लाइंग अकादमी खोलने को अनुमति दी थी। तीन साल से चल रहे काम के बाद खजुराहो में यह अकादमी बनकर तैयार हो थी। कोरोनाकाल के कारण इसकी अनुमति अटक गई थी। भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने इसको अनुमति दे दी है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो आगामी महीने दिसंबर से इसमें प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएंगी और नए साल से प्रशिक्षु पायलट यहां हल्के और छोटे विमान उड़ाने की ट्रेनिंग ले सकेंगे। बता दें कि खजुराहों में केवल मप्र या इंडिया से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी प्रशिक्षु आएंगे।
बुंदेलखंड में फिलहाल तक सागर के ढाना में चाइम्स एविएशन कंपनी फ्लाइंग अकादमी संचालित कर रही है। यहां ग्लाइडर अर्थात दो और चार सीटर विमान से पायलट प्रशिक्षण दिया जाता है। अब बुंदेलखंड के खजुराहो स्थित एयरपोर्ट पर बड़ी और व्यापाक फ्लाइंग अकादमी खुलने जा रही है। यहां तैयार की गई इंडियन फ्लाइंग अकादमी को डीजीसीए ने अनुमति दे दी है। खजुराहो एयरपोर्ट अथॉर्टी के अधिकारियों के मुताबिक पायलट प्रशिक्षण के लिए इस फ्लाइंग अकादमी की सारी व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं। चूंकि अब डीजीसीए से अनुमति मिल गई है। रेग्युलेटरी एजेंसी अंतिम चरण में है। शेष औपचारिकताओं के लिए पत्राचार जारी है। डीजीसीए से अनुमति मिलने पर रेग्युलेटरी एजेंसी जल्द काम शुरू कर देगी। उन्होंने बताया कि दिसंबर माह में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। नए साल की शुरुआत में यहां प्रशिक्षु पायलट्स का प्रशिक्षण प्रारंभ हो जाएगा।
बुंदेलखंड
के
युवाओं
को
मौका
मिल
सकेगा
बुंदेलखंड
के
खजुराहो
एयरपोर्ट
पर
फ्लाइंग
अकादमी
प्रारंभ
होने
के
बाद
इस
पिछड़े
इलाके
के
युवाओं
की
पायलट
बनने
की
तमन्ना
पूरी
हो
सकेगी।
अभी
देश
में
चुनिंदा
व
कुछ
ही
फ्लाइंग
अकादमी
के
कारण
इनको
प्रवेश
नहीं
मिल
पाता
था।
अब
खजुराहो
में
ही
फ्लाइंग
अकादमी
खुलने
के
बाद
संभाग
व
आसपास
के
जिलों
के
युवाओं
को
यहां
प्रवेश
मिल
सकेगा
और
पायलट
बनने
का
सपना
साकार
हो
सकेगा।
बता
दें
कि
इस
अकादमी
को
इंटरनेशनल
स्तर
पर
प्रवेश
प्रक्रिया
प्रारंभ
किया
जाएगा।