शोपियां एनकाउंटर : सतना के 26 वर्षीय सपूत कर्णवीर सिंह राजपूत 2 आतंकियों को मारकर हुए शहीद
सतना, 21 अक्टूबर। मध्य प्रदेश के सतना का सपूत कर्णवीर सिंह राजपूत जम्मू कश्मीर के शोपियां एनकाउंटर में शेर की तरह लड़ा और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। इसके बाद सीने में गोली लगने से शहीद हो गए।

खुद मध्य प्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके कर्णवीर सिंह राजपूत की शहादत की जानकारी दी है। महज 26 साल के बहादुर बेटे के शहीद होने की सूचना पर पूरे सतना जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
बता दें कि कर्णवीर सिंह राजपूत मूलरूप से मध्य प्रदेश के सतना जिले के उतैली के वार्ड 22 के रहने वाले थे। वे अभी अविवाहित थे। उनका पैतृक गांव दलदल गांव है।
दो भाइयों में छोटे कर्णवीर सिंह 21 राजपूत रेजिमेंट 44RR में तैनात थे। कर्णवीर सिंह के पिता भी भारतीय सेना में सूबेदार पद से रिटायर हो चुके हैं। बेटे की शहादत की खबर मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। खबर सुनते ही मां की तबीयत बिगड़ गई है।
भारत के वीर सपूत, सतना के लाल, वीर जवान श्री कर्णवीर सिंह राजपूत आज कश्मीर में अपना शौर्य एवं वीरता दिखाते हुए वीर गति को प्राप्त हो गये।
ईश्वर वीर शहीद की पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/y2VhTLJopo
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2021
मीडिया से बातचीत में परिजनों ने बताया है कि मंगलवार की सुबह पिता से 11 बजे बात हुई थी। उसके बाद कोई बात नहीं हुई है। बुधवार को परिवार को वीर गति प्राप्त होने की खबर मिली है।
जानकारी के मुताबिक आतंकी कार से आए थे। उन्होंने आते ही फायरिंग शुरू कर दी। क्रॉस फायरिंग में सतना के लाल कर्णवीर सिंह राजपूत शहीद हो गए। वे 2017 में सूबेदार के पद पर सेना में भर्ती हुए थे। दो महीने पहले ही वह सतना आए थे।
मीडिया से बातचीत में शहीद कर्णवीर सिंह रापजूत के दादा सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि उन्हें पोते की शहादत पर गर्व है। वो आतंकियों को मारकर शहीद हुआ है। बहादुर बेटे जिस दिन वीरगति को प्राप्त हुआ तिथि के हिसाब से उसी दिन जन्मदिन था।