Diamond Auction: पन्ना के डायमंड की चमक पर जौहरी फिदा, 74.45 लाख में 19 हीरे नीलाम
MP
के
पन्ना
में
हीरों
की
सरकारी
नीलामी
आयोजित
की
जा
रही
है।
इसमें
देश
के
डायमंड
हब
कहलाने
वाले
सूरत
और
जयपुर
के
अलावा,
मुंबई,
दिल्ली,
भोपाल,
इंदौर
सहित
देश
के
अन्य
शहरों
से
हीरों
के
पारखी,
जौहरी,
हीरा
कारोबारी
शामिल
हो
रहे
हैं।
मंगलवार
से
हीरों
को
नीलामी
के
लिए
रखा
गया
था।
इसके
पहले
नीलामी
के
लिए
रखे
जाने
वाले
हीरों
का
ऑक्सन
में
शामिल
होने
वाले
व्यापारियों
व
जौहरियों
ने
उनका
परीक्षण
भी
किया
था।
दो
दिन
में
कुल
19
हीरे
नीलाम
हो
सके।
इनकी
74.45
लाख
रुपए
बोली
लगाई
गई
है।
पहले दिन 12 हीरे, दूसरे दिन मात्र 7 हीरे हुए नीलाम
पन्ना के संयुक्त कलेक्टोरेट भवन में आयोजित की जा रही नीलामी में शुरुआत के दो दिन कोई खास नीलामी नहीं हो सकी है। इसमें ज्यादा वजन के हीरे भी नहीं रखे गए हैं। पहले दिन मंगलवार को जहां 26 ट्रे में 68 हीरे जिनका कुल वजन 82.38 कैरेट था, उनकी बोली लगाई जा सकी थी। इनमें से मात्र 14.70 कैरेट के 12 हीरे ही नीलाम हो सके थे। इनकी कुल बोली 24 लाख 7 हजार 526 रुपए लगाई गई थी। इसी प्रकार दूसरे दिन बुधवार को 30 ट्रे में 69 हीरे जिनका कुल वजन 126.76 नग रखे गए थे। इनमें से दिनभर की नीलामी प्रक्रिया के दौरान महात्र 7 ट्रै के 7 हीरे नीलाम हो सका। इनका कुल वजन 23.43 कैरेट और बोली 49 लाख 37 हजार 834 रुपए लगाई गई हैं
कुल 200 हीरे नीलामी के लिए रखे जाने हैं
पन्ना में बीते फरवरी 2022 के आखिरी में हीरों की नीलामी आयोजित की गई थी। इसके बाद अब 18, 19 एवं 20 अक्टूबर को हीरों की नीलामी आयोजित की जा रही है। जिला हीरा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार इस नीलामी में कुल 200 हीरे नीलामी में रखे जाने हैं। इनका कुल वजन 355.96 कैरेट है। इनकी आंकलित कीमत करब 4 करोड़ 9 लाख 29 हजार 693 रुपए आंकी गई है। इस राशि के ऊपर ही व्यापारियों को बोली लगाना होती है।
उथली खदानों के दिए जाते हैं पट्टे, नीलाम होते हैं यही हीरे
हीरा की उथली खदानों में हीरे मिलने के लिए पन्ना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जाता है। देशभर के छोटे-बड़े लोग यहां आकर उथली खदानों के पट्टे लेकर अपनी किस्मत आजमाते हैं। इन लोगों को मिट्टी के बीच से मिलने वाले हीरे को सरकारी खजाने में जमा कराना होता है। जिला प्रशासन इन हीरों की नीलामी कराता है। इसमें जो अधिकतम बोली लगती है, उसमें से 12 फीसदी सरकारी टैक्स व अन्य खर्चे काटकर बाकी की राशि पट्टा धारक या जिसको हीरा मिला था, उस अधिकृत व्यक्ति के खाते में जमा कर दी जाती है।
करीब 180 हीरे अभी नीलामी के लिए रखे हैं
नीलामी में रखे जाने करीब 200 हीरों में से दो दिन में मात्र 19 हीरे ही नीलाम हुए हैं। जबकि 180 के करीब अभी नीलामी में रखे जाना बाकी है। इन हीरों को गुरुवार को रखा जा सकता है। हालंाकि हीरों को सही दाम या समय पर नीलामी न हो पाने के कारण आगे भी बढ़ाया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण दीपावली से ठीक पहले आयोजित की गई नीलामी में कम ही व्यापारी आ सके हैं। चूंकी देशभर में दीपावली के मौके पर डायमंड से लेकर तमाम कारोबारी ग्राहकी में व्यस्त होते हैं, इस कारण संभव है कि आगामी दिनों में भी नीलामी आयोजित की जाए।
Snail Attack: केरल के बाद अब MP के दमोह में घोंघा अटैक, फसल, मिट्टी कर रहे चट