पारस हॉस्पिटल को मिली क्लीन चिट पर प्रियंका गांधी ने कसा तंज, कहा- सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया
पारस हॉस्पिटल को मिली क्लीन चिट पर प्रियंका गांधी ने कसा तंज, कहा- सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया
लखनऊ, जून 20: आगरा के श्रीपारस हॉस्पिटल को क्लीन चिट मिलने की खबरों के बाद कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार की खिंचाई की। प्रियंका गांधी ने हॉस्पिटल को मिली क्लीन चिट पर सवाल खड़े किए हैं। सोशल मीडिया पर साइट पर ट्वीटर पर लिखते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, 'मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया।'
प्रियंका गांधी ने शनिवार 19 जून को ट्वीट करते हुए कहा, 'विडंबना देखिए, खबरों के अनुसार आगरा के एक अस्पताल ने कथित तौर पर ऑक्सीजन सप्लाई में कटौती कर 'मॉक ड्रिल' की और बीजेपी सरकार ने क्लीन चिट देकर इंक्वायरी की 'मॉक ड्रिल' कर दी। सरकार और अस्पताल: दोनों का रास्ता साफ। मरीज के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया।'
दरअसल, प्रियंका गांधी ने एक न्यूज़ वेबसाइट की खबर को शेयर किया है, जिसमें श्रीपारस हॉस्पिटल को मिली क्लीन चिट को लेकर जांच कमेटी पर सवाल उठाने की बात लिखी गई है। बता दें कि आगरा डीएम प्रभु एन सिंह ने शुक्रवार को प्रेसनोट जारी किया। जिसमें प्रशासनिक जांच में 16 मरीजों की मौतों का कारण ऑक्सीजन की कमी नहीं, बल्कि मरीजों में संक्रमण की गंभीर स्थिति और अन्य बीमारियां को माना गया है। जांच पैनल ने हॉस्पिटल को ऑक्सिजन की कमी के आधार पर मरीजों को गुमराह करने का दोषी पाया है और ऐक्शन के निर्देश दिए हैं।
डेथ ऑडिट कमिटी ने कहा, 'यह बिल्कुल भी सच नहीं है कि मॉक ड्रिल के लिए ऑक्सिजन की आपूर्ति बंद होने से 22 मरीजों की मौत हो गई। ड्रिल के लिए किसी की ऑक्सिजन नहीं काटी गई और न ही इसका कोई सबूत है। यह भ्रामक सूचना है।' आपको बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद पारस हॉस्पिटल को जिला प्रशासन ने सीज कर दिया था। अब जांच के बाद अस्पताल को क्लीन चिट देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉक ड्रिल और ऑक्सीजन सप्लाई रोके जाने का कोई भी सबूत नहीं मिला है।