पंजाब में बिजली संकट के बहाने मायावती ने साधा अमरिंदर सरकार पर निशाना, कही ये बात
पंजाब में बिजली संकट के बहाने मायावती ने साधा अमरिंदर सरकार पर निशाना, कही ये बात
लखनऊ, 03 जुलाई: अगले साल पंजाब के अंदर विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। वहीं, यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन किया है। अकाली दल के साथ गठबंधन के बाद मायावती पंजाब की राजनीति में काफी ऐक्टिव हो गई हैं। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को ट्वीट करते हुए पंजाब सरकार निशाना साधा है।
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यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने शनिवार 03 जुलाई को ट्वीट करते हुए लिखा, 'पंजाब में बिजली के गंभीर संकट से आमजन-जीवन, उद्योग-धंधे व खेती-किसानी आदि बुरी तरह से प्रभावित, जो यह साबित करता है कि वहां की कांग्रेस सरकार आपसी गुटबाजी, खींचतान व टकराव आदि में उलझकर जनहित व जनकल्याण की ज़िम्मेदारी को तिलांजलि दे चुकी है, जिसका जनता को संज्ञान लेना ज़रूरी।'
बिजली
के
बहाने
माया
ने
मांगा
साथ
मायावती
ने
एक
दूसरे
ट्वीट
में
पंजाब
के
लोगों
से
इस
तरह
वोट
मांगा
है।
बीएसपी
चीफ
ने
लिखा,
'अतः
पंजाब
के
बेहतर
भविष्य
व
राज्य
में
वहां
के
लोगों
की
भलाई
इसी
में
निहित
है
कि
वे
कांग्रेस
पार्टी
की
सरकार
से
मुक्ति
पाएं
तथा
आगामी
विधानसभा
आमचुनाव
में
शिरोमणि
अकाली
दल
व
बीएसपी
गठबंधन
की
पूर्ण
बहुमत
वाली
लोकप्रिय
सरकार
बनाना
सुनिश्चित
करें,
ऐसी
मेरी
सभी
से
गुज़ारिश।'
नवजोत
सिंह
सिद्धू
ने
भी
साधा
था
निशाना
इससे
पहले
शुक्रवार
को
नवजोत
सिंह
सिद्धू
ने
भी
बिजली
की
किल्लत
को
लेकर
कैप्टन
सरकार
को
सवालों
के
घेरे
में
खड़ा
करने
की
कोशिश
की
थी।
सिद्धू
ने
सोशल
मीडिया
पर
सिलसिलेवार
ट्वीट
कर
पंजाब
सरकार
की
बिजली
नीति
पर
सवाल
उठाते
हुए
कहा
कि
अगर
राज्य
सही
दिशा
में
काम
करता
है,
तो
पंजाब
में
बिजली
कटौती
या
दफ्तरों
के
समय
को
विनियमित
करने
की
जरूरत
ही
नहीं
होगी।
उनकी
दलील
थी
कि
बादल
सरकार
ने
तीन
निजी
कंपनियों
के
साथ
बिजली
खरीद
को
लेकर
जो
करार
किया
था,
उसके
चलते
पंजाब
सरकार
महंगी
बिजली
खरीदने
के
लिए
मजबूर
है।