गले में 'सेनेटरी पैड' की माला पहनकर 'अर्थी बाबा', मांग रहे हैं वोट, अखिलेश-निरहुआ के सामने लड़ेंगे चुनाव
Lucknow News, लखनऊ। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर चुनावी माहौल काफी गरमाया हुआ है। सभासद से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ने वाले राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा एक बार फिर चर्चाओं में है। वजह ये है कि उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के लिए बेहद ही निराला तरीका अपनाया है। आजमगढ़ से अखिलेश यादव और निरहुआ के खिलाफ ताल ठोंकने के बाद राजन यादव ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। बता दें कि 'अर्थी बाबा' मशहुर राजन यादव अपने गले में 'सेनेटरी पैड' की माला पहनकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड का मुद्दा उठाया
राजन ने कहा कि पूरे विश्व में महिलाओं में कैंसर पूरी तरह से छाया हुआ है, क्योंकि उन्हें सेनेटरी पैड नहीं मिलता है। गांव क्षेत्र में या तमाम गरीब महिलायें और उनकी बेटियां सेनेटरी पैड यूज नहीं करती हैं, क्योंकि उनके पास पैसे नहीं है। किसान अपने बिजली का बिल नहीं भर पाता तो वो महीने का 800 रुपए सेनेटरी पैड का क्या भरेंगे। सरकार जब महिलाओं को मुफ्त में सेनेटरी पैड नहीं दे सकती तो ये विकास क्या करेगी।
मुफ्त में महिलाओं को बाटेंगे सेनटरी पैड
अर्थी बाबा उर्फ राजन यादव की मानें तो वो अगर चुनाव जीत गए, तो वेतन से मुफ्त में महिलाओं को सेनेटरी पैड बाटेंगे। चुनाव हार गए तो भीख मांगकर उनकी जरूरत को पूरा करेंगे। वहीं पोस्टर के माध्यम से भी संदेश लिखकर महिलाओं को जागरूकता का संदेश दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर के रहने वाले राजन यादव चुनाव प्रचार के लिए अर्थी पर बैठकर निकलते हैं। वह अर्थी पर बैठे रहते हैं और चार लोग अर्थी को कंधे पर लेकर घुमते हैं।
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गोरखपुर के शमशान घाट पर बनाया कैम्प कार्यालय
राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा का कहना है कि उन्होंने अपना कैम्प कार्यालय गोरखपुर के श्मशान घाट पर बनाया है, क्योंकि आजमगढ़ में उनकी जान को खतरा है। एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अखलेश यादव, दूसरी तरफ निरहुआ दोनों के पास सुरक्षा है। यहां तक की नाचने गाने वाले को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाकर उतार दिया और उसे भी वाई ग्रेट की सुरक्षा दे दी गई, क्योंकि बिना सुरक्षा के वहां कोई चुनाव नहीं लड़ सकता है, इसलिए मैंने यहां पर अपना कैम्प कार्यालय खोला है। जब तक चुनाव आयोग मुझे सुरक्षा नहीं देगा तब तक मैं यहा अपना कैम्प कार्यालय बनाकर बैठूंगा।