बीवी को मारकर घर में गाड़ दिया, नाम बदलकर हरिद्वार में टैक्सी चलाता था हत्यारा पति
लखनऊ। अपर पुलिस अधीक्षक नगर पूर्वी लखनऊ की सुपर-30 और सर्विलांस टीम ने साल 2016 में सरोजनीनगर इलाके में महिला की हत्या कर शव घर में दफनाने के मामले में तीन साल से फरार चल रहे आरोपी पति को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पुलिस के मुताबिक महिला के अवैध संबंधों के शक में पति ने हत्या कर शव घर में ही दफन कर दिया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित किया था।
क्या
है
मामला
अपर
पुलिस
अधीक्षक
नगर
पूर्वी
सुरेश
चंद्र
रावत
ने
घटना
के
बारे
में
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
राजधानी
लखनऊ
के
सरोजनीनगर
के
गुड़ौरा
गांव
में
तीन
साल
पहले
14
अगस्त
2016
को
अमरनाथ
तिवारी
ने
अपनी
पत्नी
पूजा
(28)
की
हत्या
के
बाद
शव
कमरे
में
गाड़
दिया
था।
वारदात
का
खुलासा
तब
हुआ
था
जब
शाम
को
अमरनाथ
की
बहन
आरती
व
मां
घर
आईं
थी।
पूजा
को
गायब
देख
उन्होंने
पूछताछ
की
तो
अमरनाथ
बहाने
बनाने
लगा।
बरामदे
में
ताजी
मिट्टी
देखकर
आरती
को
शक
हुआ
तो
उसने
पुलिस
को
सूचना
दी।
इस
बीच
अमरनाथ
मौके
से
भाग
गया।
जबकि
उसके
पिता
हरेराम
तिवारी
को
गिरफ्तार
कर
जेल
भेज
दिया
गया
था।
मौके
पर
पहुंची
पुलिस
ने
गड्ढा
खोदकर
शव
बाहर
निकाला
था
और
पोस्टमॉर्टम
के
लिए
भेज
दिया
था।
अवैध
संबंधों
के
शक
में
की
थी
हत्या
उन्होंने
बताया
कि
इस
संबंध
में
सरोजिनी
नगर
थाने
पर
दहेज
हत्या
का
मुकदमा
दर्ज
किया
गया
था।
दहेज
हत्या
के
मुकदमे
में
फरार
चल
रहे
अभियुक्त
अमरनाथ
तिवारी
निवासी
मूल
पता
ग्राम
हरनौठा
बरहज
देवरिया,
शहीद
पथ
सर्विस
लेन
के
पास
से
गिरफ्तार
किया
गया।
पकड़े
गए
अभियुक्त
ने
पूछताछ
में
बताया
कि
उसको
अपनी
पत्नी
पूजा
तिवारी
पर
अवैध
संबंधों
का
शक
था।
उसी
के
शक
में
आरोपी
और
उसके
पिता
हरे
राम
तिवारी
ने
पत्नी
की
हत्या
करके
शव
को
गड्ढा
खोदकर
गाड़
दिया
था।
लेकिन,
मौके
से
उसके
पिता
गिरफ्तार
हो
गए
थे।
आरोपी
नाम
बदलकर
हरिद्वार
में
चला
रहा
था
टैक्सी
प्रभारी
निरीक्षक
सरोजनीनगर
प्रमेन्द्र
कुमार
सिंह
बताया
कि
आरोपी
फरार
होकर
हरिद्वार
भाग
गया
था।
वहां
नाम
बदलकर
टैक्सी
चलाने
लगा
था।
वह
अपने
पिता
से
मिलने
के
लिए
आया
था।
तभी
पुलिस
ने
उसे
धर
दबोचा।
आरोपी
को
गिरफ्तार
करने
वाली
पुलिस
टीम
में
दिनकर
वर्मा,
अनिल
सिंह
चंदेल,
सुशान्त
कुमार,
दिनेश
पटेल,
संजय
शुक्ला,
आशीष
कुमार
मिश्र
और
विमल
चंद्र
पाल
शामिल
हैं।
ये भी पढ़ें-कानून लागू होने के बाद यूपी में दर्ज हुआ केस, पत्नी को whatsapp पर दिया था तीन तलाक