फोन टैपिंग के आरोप पर सीएम योगी का अखिलेश पर पलटवार, कहा- वह खुद ये कृत्य करते होंगे
लखनऊ, 20 दिसंबर: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से लगाए गए फोन टैपिंग के आरोप पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जवाब सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि कहा, ''उनकी तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे तो उन्हें यही लगता होगा। कल मैंने अपने भाषण में जिक्र किया था कि आईटी के छापे एक रूटीन प्रक्रिया के हिस्से होते हैं। ऐसा तो पहली बार नहीं हुआ है। क्या कांग्रेस के समय नहीं हुआ था। आखिर इनकी आय से अधिक संपत्ति का मामला है। बीजेपी के समय का मामला तो नहीं है। ये तो कांग्रेस की सरकार के समय का मामला है।'' समाजवादी पार्टी के नेताओं के ठिकानों पर आईटी विभाग के छापे पड़ने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फोन टैपिंग का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका फोन मुख्यमंत्री सुनते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में संपत्ति दो सौ गुना ज्यादा बढ़ जाए, ये क्या है? आप इसको स्वीकार नहीं करेंगे। आईटी के छापे एक रूटीन प्रोसेस का हिस्सा होते हैं। उसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है। कल मैं एक वरिष्ठ मीडिया कर्मी के भाषण को और उनके वक्तव्य को देख रहा था, जिसमें उन्होंने कहा कि इनकी बौखलाहट, ये चोर की दाढ़ी में तिनका के सिवाय कुछ नहीं।"
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ''पूरा देश जानता है कि जहां-जहां बीजेपी चुनाव हारने लगती है, इन संस्थाओं को आगे करती है।'' अखिलेश ने कहा कि सपा की जनसभाओं में जुट रही भीड़ को देखकर बीजेपी डर गई है, इसलिए अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि देखते रहिए अभी ईडी और सीबीआई की एंट्री भी होगी। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपने विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
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सीएम योगी पर फोन टैपिंग कराने का आरोप
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर फोन टैपिंग का गंभीर आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ''हमारे सभी फोनों को सुना जा रहा है। हमारे जितने भी फोन हैं समाजवादी पार्टी कार्यालय के या हमारे संबंधी जितने भी लोग हैं, उनके मोबाइल को सुना जा रहा है। मुख्यमंत्री खुद शाम को कुछ रिकॉर्डिंग सुनते हैं। सोचिए ये अनुपयोगी सरकार है।''