UP Police की गोलियों से हुई CAA प्रदर्शनकारियों की मौत: अखिलेश यादव
लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुआ। इस हिसंक प्रदर्शन में 16 लोगों की मौत हो गई। हिंसक प्रदर्शन में हुई लोगों की मौत पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान जो भी लोग मारे गए उन सभी की मौत पुलिस की गोली से हुई।
पुलिस की गोलियों से हुई मौत: अखिलेश
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को चौधरी चरण सिंह के 117वें जन्मतिथि पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सीएए विरोध-प्रदर्शन के दौरान जो भी लोग मारे गए उन सभी की मौत पुलिस की गोली से हुई। इससे पहले यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा था कि प्रदेश में जितनी भी मौते हुए है उनमें से कोई भी पुलिस की गोली से नहीं हुई। जो भी मौतें हुई वह प्रदर्शनकारियों के बीच हुई क्रांस फायरिंग से हुई हैं।
भारतियों को धोखा दे रही है बीजेपी
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के लोग जानकारी हासिल करें कि एनआरसी लागू होने से क्या होगा। बीजेपी सभी भारतियों को धोखा दे रही है। इनके पार्टी के बड़े लोग सच कब बोलेंगे। प्रधानमंत्री कुछ बोल रहे हैं और गृहमंत्री कुछ और। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी पहले अपने लोगों को CAA और NRC समझा ले, फिर दूसरों से बात करें। सरकार चाहती है कि आम जनता डरे।
जासूसी कराने का आरोप
अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने सरकार पर लोकल इंटेलिजेंस यूनिट से पार्टी की जासूसी कराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एलआईयू के लोग मीडिया का कैमरा लेकर पार्टी ऑफिस में आ रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के है वो पत्थर ले के न चलें। उधर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर पूछा कि सरकार बताये कि समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित राष्ट्रीय अध्यक्ष की प्रेसवार्ता में एलआईयू का व्यक्ति किस अधिकारी के कहने पर भेजा गया था?