हाथरस मामला: प्रदर्शन कर रहे सपाईयों पर लाठीचार्ज, अखिलेश ने की हाथरस के डीएम, एसपी पर FIR की मांग
लखनऊ। हाथरस में युवती के साथ हुई दरिंदगी और उसके बाद बलरामपुर में छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज में सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जोरदार प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारेबाजी की। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फ़ोर्स पहुंची और प्रदर्शनकारियों को हटाने लगी, लेकिन वह हटने को तैयार नहीं थे। इस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से वहां भगदड़ मच गई और इसमें कई लोग चोटिल हो गए। सपाईयों पर लाठीचार्ज को लकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निंदा करते हुए ट्वीट किया, ''आज 'हाथरस की बेटी' के लिए 'मौन व्रत' रख धरने पर बैठने जा रहे सपा के वरिष्ठ नेताओं व विधायकों को भाजपा सरकार ने गिरफ़्तार करके बापू-शास्त्री की जंयती के दिन सत्य की आवाज़ अहिंसक तरीक़े से दबाई है। सपा हाथरस के डीएम, एसपी पर FIR की मांग करती है।''
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बस में भरकर भेजा
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बता दें, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका था। प्रदर्शन के दौरान सपा नेता रामसिंह राणा का निजी सुरक्षाकर्मी असलहे के साथ पहुंचा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सैकड़ों कार्यकताओं को हिरासत में लेकर बसों में भरकर इको गार्डन भेजा। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए कहा, 'बेटियों के सम्मान में बीजेपी मैदान में, सिर्फ चुनावीनारा साबित हुआ।' प्रदेश में बेटियों को अपनी इज्जत बचाना मुश्किल हो गया है।
15 सपाईयों को पुलिस ने अस्थायी जेल भेजा
प्रदर्शन में सपा नेता रविदास मेहरोत्रा सहित तमाम अन्य नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे। इस दौरान शहर के मुख्य चौराहे की यातायात व्यवस्था चौपट हो गई। प्रदर्शन करने वाले सपाइयों को भेजा गया अस्थायी जेल हाथरस और बलरामपुर में गैंगरेप व हत्या के विरोध में लखनऊ के हज़रतगंज के जीपीओ के सामने प्रदर्शन करने वाले 15 सपाइयों को पुलिस ने फैज़ाबाद रोड स्थित अस्थायी जेल भेज दिया है।
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