वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर होगा किसका चित्र?, अखिलेश यादव ने सीएम योगी से पूछा
लखनऊ, मई 27: कोविशील्ड और को-वैक्सीन के कॉकटेल पर यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला है। साथ ही, अखिलेश यादव ने ट्विट करते हुए योगी सरकार से पूछा वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर किसका चित्र होगा?। दरअसल, सिद्धार्थनगर जिले में चल रहे कोविड वैक्सीनेशन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां 20 लोगों को पहली डोज कोविशील्ड की तो दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगा दी गई है। अलग अलग वैक्सीन के डोज मिलने की जानकारी के बाद से से लोगों में दहशत है।
वैक्सीनेशन
सर्टिफिकेट
पर
होगा
किसका
चित्र?
यूपी
के
पूर्व
सीएम
अखिलेश
यादव
ने
ट्विट
करते
हुए
लिखा,
'उप्र
के
सिद्धार्थनगर
में
20
ग्रामीणों
को
कोरोना
की
पहली
व
दूसरी
डोज
में
कोवीशील्ड
व
कोवैक्सीन
के
अलग-अलग
टीके
लगाया
जाना,
भाजपा
सरकार
की
लापरवाही
का
निकृष्ट
उदाहरण
है।
इससे
प्रभावित
लोगों
को
डॉक्टरी
निगरानी
में
रखा
जाए।
इस
तरह
के
वैक्सीनेशन
सर्टिफ़िकेट
पर
किसका
चित्र
होगा?'
क्या
है
पूरा
मामला
ये
मामला
सिद्धार्थनगर
जिले
की
बढ़नी
प्राथमिक
स्वास्थ्य
केंद्र
का
है।
जानकारी
के
मुताबिक,
औदही
कलां
गांव
सहित
दो
गांवों
के
करीब
20
लोगों
को
वैक्सीन
की
पहली
डोज
कोविशील्ड
की
लगाई
गई
थी।
14
मई
को
दूसरी
डोज
लगाते
समय
स्वास्थ्यकर्मियों
ने
लापरवाही
बरतते
हुए
दूसरी
डोज
कोवैक्सिन
की
लगा
दी।
मामला
सामने
आने
के
बाद
विभाग
में
हड़कंप
मच
गया।
इस
बात
की
जानकारी
जब
वैक्सीन
लगवा
चुके
लोगों
को
हुई
तो
वह
भी
दशहत
में
आ
गए।
ग्रामीणों
ने
कहा
ग्रामीण
राम
सूरत
ने
बताया,
'मुझे
बाद
में
पता
चला
कि
मुझे
कोवैक्सिन
दिया
गया
था।
एक
डॉक्टर
ने
हमें
बताया
कि
कुछ
गलत
हो
गया
था।
उन्होंने
बताया,
'मुझे
1
अप्रैल
को
कोविशील्ड
की
पहली
खुराक
मिली,
दूसरा
टीका
14
मई
को
लगाया
गया।
जब
मैं
अपनी
दूसरी
खुराक
के
लिए
गया,
तो
किसी
ने
कुछ
भी
जांचने
की
जहमत
नहीं
उठाई।
कोविशील्ड
के
स्थान
पर
मुझे
कोवैक्सिन
मिला।'
जांच
के
बाद
होगा
एक्शन
इस
मामले
में
सीएमओ
संदीप
चौधरी
ने
जांच
के
आदेश
दिए
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
स्वास्थ्यकर्मियों
ने
20
लोगों
को
अलग-अलग
कंपनियों
की
वैक्सीन
लगाई
है,
जो
एक
बड़ी
लापरवाही
है।
टीम
इन
सभी
लोगों
पर
नजर
बनाए
हुए
हैं।
अभी
तक
किसी
व्यक्ति
में
कोई
समस्या
नहीं
देखने
को
मिली
है।
सीएमओ
ने
कहा
कि
मामले
की
जांच
टीम
बना
दी
है।
आरोपियों
से
स्पष्टीकरण
मांगा
गया
है।
रिपोर्ट
आते
ही
जो
भी
दोषी
कर्मचारी
होंगे
उनके
खिलाफ
कड़ी
कार्रवाई
की
जाएगी।