ममता बैरवा ने खुद की जान दांव पर लगाकर पानी में डूबती बस से बचाई 7 लोगों की जिंदगी
कोटा। ये हैं ममता बैरवा। सोमवार को इन्होंने अपनी जान दांव पर लगाकर सात लोगों की जिंदगी बचा ली। पानी में डूबती बस में सवार लोगों के लिए ममता 'मसीहा' बनकर आई और खिड़की का कांच तोड़कर सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। पूरा वाक्या राजस्थान के कोटा जिले के सीमलिया पुलिस थाना इलाके का राष्ट्रीय राजमार्ग 27 का है।
दिल्ली से बारां जा रही थी बस
जानकारी के अनुसार कोटा के पड़ोसी जिले बारां में जैन मुनि का देवलोकगमन हो गया था। ऐसे में 200 बसों का काफिला दिल्ली से बारां जा रहा था। उसी काफिले में हादसे का शिकार हुई मिनी बस भी शामिल थी। रास्ते में कराड़िया गांव में हाईवे पर मवेशी आ जाने के कारण अनियंत्रित होकर की तलाई में जा गिरी और पानी में डूबने लगी।
ममता ने तलाई में लगाई छलांग
इस दौरान वहां से गुजर रही आशा सहयोगिनी ममता बैरवा ने हिम्मत दिखाई और वह मदद को आगे आई। ममता अपनी जान की परवाह किए बगैर ममता ने तलाई में छलांग लगा दी और कड़ी मशक्कत के बाद बस की खिड़की का कांच तोड़कर लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया।
बस को क्रेन से निकाला बाहर
ममता की हिम्मत देखकर आस-पास के लोग भी मदद को आगे आए। बस की खिड़की से सात लोगों को बाहर निकालकर कोटा के जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे का शिकार हुए लोग ममता की हिम्मत की प्रशंसा करते दिखे। फिर बस को भी क्रेन की सहायता से बाहर निकाला गया।
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