वेंटिलेटर के लिए गिड़गिड़ाते रहे परिजन, डॉक्टर बोले-किसी नेता से फोन करवा दो, थोड़ी देर में मरीज की मौत
कोटा, 20 मई। राजस्थान में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण चरमराई चिकित्सा व्यवस्था के चलते मरीजों की मौत का सिलसिला अभी नहीं है। ताजा मामला कोटा के एमबीएस अस्पताल में सामने आया है। एक महिला के परिजनों का आरोप है कि वे वेंटिलेटर के लिए डॉक्टरों के सामने गिड़गिड़ाते रहे। डॉक्टरों ने जवाब दिया कि 'किसी नेता से जान पहचान है तो उनसे फोन करवा दो। आपका काम हो जाएगा'
परिजनों का यह आरोप है कि अस्पताल के ICU में वेंटिलेटर खाली होने के बावजूद उपलब्ध नहीं करवाया गया। एक घंटे तक डॉक्टरों से मरीज को वेंटिलेटर पर लेने की गुहार लगाते रहे। डॉक्टरों ने सुनवाई नहीं की और मरीज का दम टूट गया। मृतका के दोहिते चंदन ने बताया कि 60 वर्षीय नानी बीना देवी (60) की 19 अप्रैल को तबियत खराब हुई थी। जांच में पॉजिटिव होने पर MBS के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था। उन्हें ऑक्सीजन पर रखा था। बुधवार को तड़के नानी की तबियत बिगड़ी।
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वार्ड में मौजूद डॉक्टर ने वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने को कहा, लेकिन अस्पताल में ICU व वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कही। डॉक्टर ने साफ मना कर दिया कि हमारे पास वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है। आप इनको ले जा सकते हैं। आपकी किसी नेता से जान पहचान है तो आप उनका फोन करवा दो, आपका काम हो जाएगा।
चंदन का आरोप है कि हमने आईसीयू में जाकर देखा तो वहां एक वेंटिलेटर खाली था। बाकायदा उसका फोटो खींचकर डॉक्टर को दिखाया। मरीज को खाली पड़े वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने के लिए 1 घंटे तक डॉक्टर से गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन सुनवाई नही हुई। आखिरकार बुधवार को मरीज ने दम तोड़ दिया।