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कानपुर में अफवाह फैलाने पर CMO ने दर्ज कराई FIR, वाराणसी में ईरान से लौटा युवक हुआ फरार

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कानपुर। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सरकार और गैर सरकारी संगठन के साथ जिम्मेदार लोग वायरस से बचने के लिए जागरुकता फैला रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों का बजार भी गर्म है। ताजा मामला कानपुर और वाराणसी जिले का है। बता दें कि कानपुर में ऐसे ही अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। वहीं, वाराणसी में कुछ लोगों की गलती एक युवक को इतनी भारी बीती कि उसे फरार घोषित होना पड़ा। यही नहीं, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम गाजीपुर से बनारस और बनारस से गाजीपुर तक उस फरार युवक को ढूंढते हुए चक्कर काटती रही।

police registered fir after cmo reports of viral fake message

4 केस पॉजिटिव निकलने की फैलाई अफवाह
कानपुर जिले में बुधवार को व्हाट्सएप के कई ग्रुपों में एक मैसेज वायरल हुआ। वायरल मैसेज में यह कहा गया कि तिलक नगर की तरफ जाने से बचें। वहां पर कोरोना के 4 केस पर पॉजिटिव निकले हैं। मैसेज में आगे कहा गया कि आज एक महिला के कपड़ों की दुकान में 3 कर्मचारियों को आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। जो लोग तिलक नगर या उसके आसपास रहते हैं। वह सतर्क हो जाएं और अपनी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखें। लोग अपने घरों में आवश्यक वस्तुओं को जमा कर लें।

सीएमओ ने डीआईजी को पत्र लिखकर की शिकायत
इसके अलावा मैसेज में लिखा गया कि जेल रोड के आसपास जनरल स्टोर बंद कर दिए गए हैं। इस वायरल मैसेज को पढ़कर सीएमओ ने डीआईजी को पत्र लिखकर जानकारी दी कि मैसेज फर्जी तरीके से वायरल किया जा रहा है। यह मैसेज झूठा और निराधार है। अभी तक शहर में कोरोना का कोई भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। अभी तक जो भी सैंपल जांच को भेजे गए हैं, वह नेगेटिव आए हैं।

कल्याणपुर थाने में दर्ज हुई एफआईआर
वहीं डीआईजी अनंत देव तिवारी ने बताया कि सीएमओ ने फोन पर वायरल होने वाले फर्जी मैसेज जानकारी दी थी। कल्याणपुर थाने में आईटी एक्ट के तहत अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज करा दी गई है। साइबर सेल को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच में जिनके भी नाम सामने आएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

ईरान से 11 फरवरी को आया था युवक
मूल रूप से गाजीपुर जिले में रहने वाला एक युवक ईरान में मर्चेंट नेवी में काम करता है। 11 फरवरी को वो अपने परिवार के पास बनारस आया था। लोगों को पता चला कि युवक ईरान से आया हुआ लेकिन गांव में दिखाई नहीं दिया। इन्हीं आशंकाओं और अटकलों को जोड़ते हुए 3 दिन पहले गांव वालों ने उसके और कोरोना के बीच अफवाह की एक कहानी बुन दी। अफवाह फैल गई कि युवक को कोरोना वायरस है और वो घर से फरार हो गया है।

उड़ी अफवाह तो एजेंसियां हुईं सक्रिय, फरार घोषित
इसके बाद ये अफवाह लोगो से होते हुए गाजीपुर स्वास्थ्य महकमे तक पहुंच गई। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य महकमा एलर्ट हो गया और पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले गाजीपुर पहुंची तो वहां युवक नहीं मिला। फिर टीम बनारस के उसके घर आई तो यहां भी युवक नहीं मिला। परिजनों, रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ हुई तो किसी के पास उसकी जानकारी नहीं थी। जिसके बाद युवक को फरार घोषित कर दिया गया। फरारी के ऐलान के बीच पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तलाश करती रही। अचानक ये सूचना युवक को मिली तो वो घबरा गया। घबराहट इतनी कि वो पुलिस से बचने लगा और चुपचाप भागता हुआ वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पहुंचा और अपनी जांच कराई। टेस्ट के कुछ दिनों बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई, तब जाकर उसने राहत की सांस ली।

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English summary
police registered fir after cmo reports of viral fake message
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