कानपुर: मामूली बात पर दो समुदायों के बीच खूनी संघर्ष में एक की हत्या, योगी सरकार ने आरोपियों पर लगाया रासुका
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के जाजमऊ इलाके में रविवार की देर रात पानी के छींटे पड़ने के मामूली विवाद ने सांप्रदायिक टकराव का रूप ले लिया। दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में एक की मौत हो गई। पुलिस ने हत्या और मारपीट में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रासुका के तहत केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। सीएम ने यह भी निर्देश दिए हैं कि अगर स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन में किसी स्तर पर लापरवाही हुई है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो।
जानकारी के मुताबिक, टेनरीकर्मी राम निषाद का बेटा पिंटू बड़े भाई संदीप के साथ जा रहा था कि वाजिदपुर इलाके में एक का पैर पानी के पाउच पर पड़ गया। पानी के छींटे दूसरे समुदाय के युवक पर पड़े तो विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि दूसरे समुदाय के लोग पिंटू के घर पहुंचे और उसके परिवार पर हमला बोल दिया। पिंटू के पक्ष में भी लोग जुटने लगे और मामला सांप्रदायिक टकराव का रूप लेने लगा। सूचना मिलने पर मौके पर एसपी, एएसपी समेत अन्य आलाधिकारी फोर्स के साथ पहुंचे और हालात को संभाला। इस घटना में घायल पिंटू की अस्पताल में मौत हो गई। इलाके में तनाव है वहां भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
इस घटना में कानपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरफराज आलम, मोहसिन और मेराज को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है और आसपास के इलाकों में उनको पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। योगी सरकार का कहना है कि प्रदेश के विकास की गति रोकने और जातीय संघर्ष में समाज को झोंकने के लिए उपद्रवी तत्व साजिश कर रहे हैं। उनको रोकने के लिए पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
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