COVID-19: यूपी के गांवों में लगातार हो रही मौतें, जानें कानपुर के जहांगीराबाद गांव का हाल
कानपुर, मई 12: यूपी के कानपुर में कोरोना वायस से लगातार मौतें हो रही हैं। जहांगीराबाद गांव में पिछले कुछ दिनों में 25 से 25 लोगों की जान जा चुकी है। इसको लेकर गांव में दहशत का माहौल है। गांव के प्रधान एएस यादव का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी और देरी से इलाज की वजह से गांव में लोगों की मौतें हुई हैं। वह लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को लेकर जागरुक कर रहे हैं। प्रधान का आरोप है कि अभी तक गांव में सरकार की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिली। कानपुर के डीएम का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम सैंपलिंग और टेस्टिंग कर रही है। कोरोना के लक्षणों वाले लोगों की पहचान की जा रही है।
6 हजार है जहांगीराबाद गांव की आबादी
कानपुर क्षेत्र के घाटमपुर इलाके के जहांगीराबाद गांव की आबादी करीब 6,000 है, जबकि 3,300 के आसपास इस गांव में वोटर हैं। 'आजतक' की रिपोर्ट के अनुसार, इस गांव में ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र जो काफी सालों पहले बनाया गया था, उसकी हालत बद से बदतर हो गई है। जहांगीराबाद में अब तक 25 से 30 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र का हाल देखें तो यहां पर किसी भी तरीके की मूलभूत सुविधा नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ कूड़ा करकट और ताला लगा हुआ दिखाई पड़ेगा।
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म्यूकोर माइकोसिस से दो कोरोना संक्रमितों की मौत
बता दें, कानपुर के कोरोना मरीजों पर भी म्यूकोर माइकोसिस का हमला हो गया है। बताया जा रहा है कि इससे पीड़ित दो मरीजों की मौत हो गई है। मरने वालों में बर्रा निवासी एक 49 वर्षीय महिला हैं, जो मैटरनिटी विंग में भर्ती थीं। उनकी आंखों में सूजन, लालिमा और स्पाइन पर समस्या थी। डॉक्टरों ने लक्षणों के आधार पर म्यूकोर माइकोसिस की पुष्टि की है। मैटरनिटी विंग में भर्ती मरीज को तीन डॉक्टर जिसमें दो मेडिसिन विभाग के थे और एक नेत्र रोग विशेषज्ञ थे। तीनों का इलाज चला। हालांकि, डॉक्टरों ने यह भी बताया है कि सभी जांच नहीं कराई जा सकी, क्योंकि मरीज का ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था, उससे उसकी मौत हो गई। इसके अलावा वार्ड नंबर तीन में भर्ती 55 वर्षीय पुरुष की आंखों में इतनी सूजन आ गई थी कि आंखें बंद हो गई थीं। मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. आलोक वर्मा ने कहा कि मरीज उनके अंडर में भर्ती था। चेहरे पर भी सूजन थी। वह अन्य मरीजों से अलग लक्षणों के साथ था।