Imran Khan Jodhpur : 7 साल में 9 सरकारी नौकरी छोड़ राजस्थान पुलिस में SHO ही क्यों बने इमरान खान?
9 सरकारी नौकरी छोड़कर राजस्थान पुलिस में SHO बने इमरान खान?
जोधपुर, 14 जून। आजकल एक बार सरकारी नौकरी लगने के बाद अधिकांश लोग उसी में जिंदगी खपा देते हैं, मगर बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो सरकारी नौकरी के बाद भी बड़ा लक्ष्य हासिल करने के लिए मेहनत करना नहीं छोड़ते और अक्सर सफल भी होते हैं। ऐसी ही कहानी है राजस्थान के इमरान खान की।
इमरान खान एसएचओ राजस्थान पुलिस
इमरान खान राजस्थान पुलिस के काबिल अफसरों में से एक हैं। ये वर्तमान में जोधपुर जिले के लोहावट उपखंड के मतोड़ा पुलिस थाने में थानाधिकारी पद पर सेवाएं दे रहे हैं। सात साल में नौ सरकारी छोड़कर एसएसओ की कुर्सी पसंद की है। थानाधिकारी ही बनने की वजह भी बेहद खास है।
एसएचओ इमरान खान का इंटरव्यू
मीडिया से बातचीत में इमरान खान ने अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं के सफर के बारे में बताया। साथ ही इमरान खान ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के गुर भी शेयर किए। ताकि कोई भी युवा भविष्य का 'इमरान खान' बन सके। ऐसा हुआ भी है कि इमरान खान से गुर सीखकर 25 युवा विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी नौकरी लग चुके हैं।
इमरान खान की सरकारी नौकरी
1. साल 2011 में पटवारी, तृतीय श्रेणी शिक्षक, बैंक पीओ
एफसीआई
गोदाम,
कॉमर्शियल
असिस्टेंड
जोधपुर
डिस्कॉम
में
छठी
रैंक
2.
साल
2012
में
संस्कृत
विभाग
शिक्षक
3.
साल
2013
में
एसआई
4.
साल
2014
में
द्वितीय
श्रेणी
शिक्षक,
स्कूल
व्याख्याता,
एसआई
इमरान खान का जीवन का परिचय
इमरान खान मूल रूप से राजस्थान के नागौर जिले के मूंडवा तहसील के गांव झुझंडा के रहने वाले हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी इमरान खान कई परीक्षाओं में अव्वल रहे हैं। साल 2011 में पीटीईटी परीक्षा में राजस्थान में प्रथम स्थान पाया। आरटेट में 90 प्रतिशत अंक के साथ राजस्थान में अव्वल स्थान पर रहे। राजस्थान पटवारी परीक्षा भर्ती 2011 में नागौर जिले में प्रथम रैंक पाई। तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती लेवल प्रथम परीक्षा 2012 में नागौर जिले में प्रथम रैंक पर रहे।
इमरान खान के एसएचओ बनने की वजह
इमरान खान कहते हैं कि खाकी वर्दी बचपन से ही उनका ख्वाब रहा है। कॉलेज शिक्षा पूरी करने के बाद खुद को परखने के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लिया। सफल भी रहे। इस बीच करीब नौ सरकारी नौकरी भी पाई, मगर साल 2014 में राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा में सफल रहे और फिर खाकी को ही चुन लिया।