जम्मू-कश्मीर न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

'कौन करे नई संसद का उद्घाटन', कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा? जानिए

Ghulam Nabi Azad: दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होने वाले सियासी दलों के खिलाफ कांग्रेस नेता और डीपीएपी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है। उन्होंने विपक्ष के रवैये पर सख्त नाराजगी जताई है।

Google Oneindia News

Ghulam Nabi Azad

दिल्ली में 28 मई यानी कल रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन होने जा रहा है। इस मौके पर भव्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस उद्घाटन समारोह में जहां कई दिग्गजों के शामिल होने की संभावना है वहीं 21 विपक्षी पार्टियों इसका बहिष्कार करने का फैसला लिया है। बहिष्कार करने वाली पार्टियों में कांग्रेस,टीएमसी,आम आदमी पार्टी समेत कई राजनीतिक दल शामिल हैं। वहीं इस बायकोट को लेकर कांग्रेस के पूर्व नेता और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है। उन्होंने विपक्षी दलों के रुख पर सवाल उठाया है।

क्या कहा गुलाम नबी आजाद ने?
विपक्षी दलों के बहिष्कार के मुद्दे पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर मैं दिल्ली में होता तो नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में जरूर शामिल होता। विपक्ष को रिकॉर्ड समय में नई संसद बनाने के लिए सरकार की प्रशंसा करनी चाहिए, जबकि वे सरकार की आलोचना कर रहे हैं। मैं विपक्ष द्वारा इसका बहिष्कार करने के सख्त खिलाफ हूं। उन्हें जनहित का मुद्दा उठाना चाहिए।

प्रधानमंत्री के उद्घाटन करने पर क्या बोले गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नई संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री करे या राष्ट्रपति करे इससे क्या फर्क पड़ता है। राष्ट्रपति कौन से विपक्षी दल की हैं। वह भी भाजपा की हीं उम्मीदवार थीं। नई संसद का उद्घाटन अगर प्रधानमंत्री ही कर दें तो इससे पब्लिक को क्या घाटा है। उन्होंने कहा कि पुरानी संसद 1926 में बनाई गई थी। उस समय सांसदों की संख्या आधी थी लेकिन अब सांसदों की संख्या उस समय दोगुनी हो गई है। आने वाले समय में यह और बढ़ेगी क्योंकि हमारे देश की जनसंख्या बेतहाशा बढ़ रही है।

Recommended Video

New Parliament Building: Imran Pratapgarhi बोले- President Murmu को भूलना गलत | वनइंडिया हिंदी

नरसिम्हा राव की सरकार में भी लाया गया था प्रस्ताव
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण अच्छी बात है। यह एक अच्छी संसद है। नरसिम्हा राव सरकार के दौरान भी ऐसा प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन इस पर बात नहीं बन सकी थी। अब जब इसका निर्माण हो गया है, तो सभी सांसदों को इसका स्वागत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है।

Comments
English summary
Ghulam Nabi Azad Says I would surely attend the inauguration ceremony of the new Parliament building if I was in Delhi. The opposition should praise the government to build the new Parliament in record time, whereas they are criticising the govt. I am strictly against the opposition boycotting this
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X