कश्मीर में सुरक्षाबलों की मेहनत लाई रंग, इतिहास में पहली बार स्थानीय आतंकियों की संख्या 100 से नीचे
श्रीनगर, 30 दिसंबर: कश्मीर घाटी में आतंकवाद के सफाये के लिए सुरक्षाबल वहां पर लगातार बड़े अभियान चला रहे हैं। जिसका असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार के मुताबिक घाटी में अब सक्रिय आतंकियों की संख्या 200 से कम हो गई है। इसके अलावा इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब स्थानीय आतंकियों की संख्या 100 से भी नीचे है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सेना और सुरक्षाबल इसी तरह से ऑपरेशन चलाकर घाटी से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया कर वहां पर शांति स्थापित करेंगे।
अनंतनाग में हुए दो एनकाउंटर के बाद मीडिया से बात करते हुए आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि घाटी में आतंकियों की संख्या 200 से नीचे लाने में हम कामयाब रहे। अभी वहां पर 180 के आसपास सक्रिय आतंकी हैं। वहीं बुधवार को हुई मुठभेड़ के बाद अब स्थानीय आतंकियों की संख्या 85-86 के आसपास है। आईजीपी के मुताबिक इस साल घाटी के 128 युवा आतंकी बने थे, जिसमें से 73 मारे गए, जबकि 17 को गिरफ्तार किया गया है। सिर्फ दिसंबर की बात करें, तो अब तक 24 आतंकी मारे गए, जिनमें 5 पाकिस्तानी थे। आतंकियों के पास से दो अमेरिका में बनी M4 राइफल, 15 AK-47, 24 से अधिक पिस्तौल, ग्रेनेड और आईईडी बरामद हुए। इससे जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता का पता चलता है।
जम्मू कश्मीर में दो एनकाउंटर, जैश के 6 आतंकी ढेर
तीन
पुलिस
कर्मी
घायल
वहीं
अनंतनाग
के
वरिष्ठ
पुलिस
अधीक्षक
(एसएसपी)
आशीष
ने
कहा
कि
कुलगाम
और
अनंतनाग
मुठभेड़
में
मारे
गए
दो
स्थानीय
आतंकवादियों
की
पहचान
निसार
अहमद
खांडे
और
मुफ्ती
अल्ताफ
के
रूप
में
हुई
है।
साथ
ही
उनके
पास
से
एम4
राइफल
और
इसकी
सात
मैगजीन,
दो
एके
सीरीज
राइफल
और
उसकी
दो
मैगजीन,
एक
पिस्टल,
तीन
ग्रेनेड
समेत
कुछ
आपत्तिजनक
सामग्री
बरामद
हुई
है।
एसएसपी
के
मुताबिक
एनकाउंटर
में
तीन
पुलिसकर्मी
घायल
हुए
थे,
जिनकी
हालत
अब
स्थिर
है।