Rajasthan News : पेपर लीक और भ्रष्टाचार पर 11 मई को अजमेर से पदयात्रा करेंगे सचिन पायलट, जानिए पूरी वजह
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी समागम शुरू हो गया है। पीएम मोदी के दौरे से एक दिन पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 11 मई को अजमेर से पदयात्रा का ऐलान कर दिया है।
Rajasthan News : राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 से पहले सियासी समागम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा रविवार को धौलपुर में कांग्रेस विधायकों को अमित शाह के जरिए लिए पैसे लौटाने के बयान के बाद सूबे की सियासत में खलबली मच गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत के बयान पर पलटवार तो किया ही है। अब प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मैदान में उतर गए हैं। सचिन पायलट ने अपने और समर्थक विधायकों पर लगे तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सीएम गहलोत के धौलपुर के भाषण को सुनकर लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वह वसुंधरा राजे को अपनी नेता मानते हैं। एक प्रेस वार्ता के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि मैं कल से जयपुर के लिए जन संघर्ष पदयात्रा पर निकलूंगा। पायलट ने कहा कि 2020 में सरकार को गिराने और बचाने को लेकर जो विरोधाभास दिखाई दे रहा है। उसको सीएम गहलोत को साफ कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी कुछ नाराजगी थी। जिसे हमने दिल्ली जाकर हाईकमान के सामने रखा। लेकिन कभी पार्टी का अनुशासन नहीं तोड़ा।
अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस के लिए जी जान लगाई
पायलट ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के बाद मैंने जी जान लगाकर मेहनत की। लेकिन कभी अनुशासन तोड़ने का काम नहीं किया। पायलट ने कहा कि मुझे गद्दार, कोरोना क्या कुछ नहीं कहा गया। लेकिन मैंने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने का काम कभी नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैंने बीजेपी सरकार के समय भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीएम को कई चिट्ठियां लिखी। लेकिन अब समझ आ रहा है कि उनमें जांच क्यों नहीं हुई। उन्होंने कहा जब-जब वसुंधरा सरकार के करप्शन की बात करता हूं तो कोई जवाब नहीं आता है। सचिन पायलट ने कहा कि चुनावों के नजदीक आने के साथ ही कांग्रेसी विधायकों को नुकसान पहुंचाने का काम हो रहा है और बीजेपी विधायकों का गुणगान किया जा रहा है। हेमाराम चौधरी जैसे विधायकों पर पैसे लेने का आरोप लगे हैं। जो बेबुनियाद हैं और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।
125 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे सचिन पायलट
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि मैं 11 मई को अजमेर में आरपीएससी मुख्यालय से एक पदयात्रा निकाल लूंगा और मैंने जनता के बीच जाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मसलों पर नौजवानों के लिए पदयात्रा निकालने जा रहा हूं। पायलट के मुताबिक अजमेर से चलने वाली है। पदयात्रा 5 दिन बाद जयपुर पहुंचेगी और यह यात्रा किसी के विरोध में नहीं है। इस दौरान सचिन पायलट है। 25 सितंबर के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने अजय माकन और खड़गे जी को विधायक दल की बैठक लेने के लिए जयपुर भेजा था। लेकिन वह मीटिंग नहीं हो पाई। पायलट ने कहा कि 25 सितंबर को विधायकों द्वारा बैठक का बहिष्कार करने से हमारी पार्टी अध्यक्ष की बेइज्जती हुई है। उनका अपमान किया गया। वह गद्दारी थी। पायलट ने कहा कि विधायकों से जबरदस्ती इस्तीफे लिए गए और वह घटनाक्रम दिखाता है कि अनुशासन किसने तोड़ा और पार्टी के साथ किस ने गद्दारी की। उन्होंने कहा कि गहलोत का बयान गंभीर राजनीति का परिचय नहीं है और यह उन्हें शोभा नहीं देता है।