मां का मर्डर करके फर्श पर खून से बना दी स्माइली
जयपुर। कहते हैं अपराधी चाहे कितना ही शातिर क्यों न हो, कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है। मुंबई के दीपाली गणोरे मर्डर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। इस मर्डर केस की गुत्थी सुलझाना पुलिस के इसलिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि कातिल कोई और नहीं बल्कि दीपाली का 21 साल का बेटा सिद्धांत था।
उसने अपनी मां का कत्ल करने के बाद फर्श पर स्माइली बनाई थी। उसके पिता पुलिस में हैं, ऐसे में यह बात तो पूरी तरह साफ थी कि वह आसानी से तो पुलिस के हाथ आने वाला था नहीं। हुआ भी कुछ ऐसा ही है। मां दीपाली का कत्ल करने के बाद सिद्धांत फरार हो गया था।
ये भी पढ़ें: 'क्या सचमुच कश्मीर में सिर्फ़ मुस्लिम रहते हैं?'
ये है पकड़े जाने की पूरी कहानी
हालांकि, उसे पुलिस ने पकड़ लिया, क्योंकि उसके हाथ लग गई थी, सिद्धांत की एक खास आदत, इसी के कारण वह पकड़ा गया। आइए बताते हैं आपको कत्ल और कातिल के पकड़े जाने की पूरी कहानी।
सबसे पहले आप यह जान लें कि शीना बोरा मर्डर केस की जांच टीम में शामिल रहे पुलिस इंस्पेक्टर ज्ञानेश्वर गणोरे का बेटा है सिद्धांत। उसके मां की हत्या करने के बाद फर्श पर खून से अंग्रेजी में दो लाइनें लिखीं। इनका मतलब है- 'उनसे (मां से) परेशान हूं। (मुझे) पकड़ो और लटका दो।' सिद्धांत ने मां के खून से फर्श पर एक स्माइली भी बनाई।
पुलिस के मुताबिक, माता-पिता ने पहले सिद्धांत का एडमिशन इंजीनियरिंग में कराया था, लेकिन वह फेल हो गया था। तंग आकर पेरेंट्स ने उसे बीएससी में दाखिला दिया, लेकिन उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा। उल्टा उसे बुरा लग गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सिद्धांत की मां उससे मार्कशीट दिखाने को कह रही थीं। यह बात उसे पसंद नहीं आ रही थी। पुलिस को ऐसी जानकारी भी मिली है कि वह सभी विषयों में फेल हो गया था, इसलिए मार्कशीट दिखाने में आना-कानी कर रहा था। इसी बात को लेकर उसने चाकू से मां को गोद दिया और फरार हो गया।
ये भी पढ़ें: भारत ने रचा इतिहास: लॉन्च किया सबसे भारी रॉकेट, GSLV मार्क 3
टीम गई जयपुर
पुलिस को जब यह जानकारी मिली, तो मुंबई से एक टीम भी अगली ही फ्लाइट से जयपुर के लिए रवाना की गई। जयपुर पहुंचने के बाद मुंबई पुलिस को सिद्धांत के बारे में कुछ पता नहीं चला। वह अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गया था।
जयपुर पहुंचने के बाद उसने ट्रेन से जोधपुर की ट्रेन पकड़ी और वहां पहुंचकर स्टेशन के पास ही होटल में कमरा लिया। इस होटल में वाई फाई की सुविधा है। उसने इस होटल में किसी के जरिए जैसे ही अपना फेसबुक अकाउंट चेक किया, जयपुर गई मुंबई पुलिस को उसकी जोधपुर के होटल की लोकेशन मिल गई।
इसके बाद जयपुर में मौजूद मुंबई पुलिस की टीम ने जोधपुर पुलिस को अलर्ट किया और वॉट्स ऐप पर लड़के का फोटो भी भेजा। इस तरह सिद्धांत पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
ये भी पढ़ें: मिर्जापुर: राजीव गांधी की मूर्ति तोड़ने की घटना के बाद निशाने पर योगी राज