बजरंग सिंह शेखावत : राजस्थान सरकार का वो कर्मचारी जो CM फंड में देना चाहता है तनख्वाह के 8 लाख रुपए
जयपुर, 7 मई। मिलिए बजरंग सिंह शेखावत से। इन्हें राजस्थान सरकार का कर्मचारी बने थोड़े ही दिन पूरे हुए हैं। अभी तो प्रोबेशन काल भी अधूरा है, मगर ये कोरोना संकट में राजस्थान सरकार की आर्थिक मदद को आगे आए हैं और अपनी तनख्वाह के आठ लाख रुपए कोरोना के निशुल्क टीकाकरण अभियान के लिए देना चाहते हैं।
2024 तक का वेतन देने को तैयार
जानकारी के अनुसार बजरंग सिंह शेखावत इन दिनों राजस्थान के नागौर जिले की कुचामन सिटी के गांव राणासर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कनिष्ठ सहायक कार्यरत हैं। बजरंग सिंह ने राजस्थान सीएम गहलोत को पत्र लिखकर मदद का प्रस्ताव दिया है। बजरंग सिंह शेखावत ने प्रस्ताव में लिखा है कि वे अगले 3 साल तक का वेतन फ्री वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए देना चाहते हैं। इसके लिए जून 2021 से मई 2024 तक का वेतन सरकार के कोष में स्थानांतरित किया जाए। हालांकि बजरंग के इस पत्र पर राजस्थान सरकार की ओर से अभी कोई जवाब नहीं आया है।
छह माह बाद मिलने लगेंगे 24 हजार हर माह
बता दें कि बजरंग सिंह शेखावत अक्टूबर 2018 में कनिष्ठ सहायक के पद पर नियुक्त हुए थे। अभी इनका प्रोबेशन पीरियड चल रहा है, जो आगामी 6 महीने तक और चलेगा। इन्हें प्रोबेशन पीरियड में 14 हजार 600 प्रतिमाह वेतन मिल रहा है। छह माह बाद हर माह 24 हजार रुपए का वेतन मिलने लगेगा। इस हिसाब से कुल मिलाकर 36 महीनों की उनकी सैलरी 8 लाख 7600 रुपए होगी। इसे वे सहर्ष प्रदेश के लोगों की जान बचाने के लिए देना चाहते हैं।
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बता दें कि बजरंग सिंह शेखावत मूलरूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले हैं। इन्होंने राजस्थान सरकार को लिखे अपने पत्र में कहा है कि कुचामन उपखंड अधिकारी बाबूलाल जाट, सीनियर आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव, अमरीश कुमार, आलोक वशिष्ठ, मंजू राजपाल, दिनेश एमएन, पारीख देशमुख, व्याख्याता विनोद कुमार मीणा, सुशील कुमार शर्मा, रणजीत सिंह, दयाल जुलानिया, धर्मेंद्र गोदारा, कमल निष्ठा और राजेश कुमावत के साथ माता पिता, पत्नी और परिवार की प्रेरणा से प्रभावित होकर इस सेवा कार्य के लिए आगे आए हैं।