राजस्थान में सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत ने मीडिया पर साधा निशाना, सियासत को लेकर दिया यह संदेश
जयपुर, 3 अक्टूबर। राजस्थान में चल रही सियासी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राजनीतिक गुणा भाग का खेल है। जहां जो दिखता है। वह होता नहीं है और जो होता है। वह दिखता नहीं है। गहलोत सोमवार को इन्वेस्ट राजस्थान को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। राजस्थान में यह सेमिनार 7 और 8 अक्टूबर को होना है।
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अशोक गहलोत ने साधा मीडिया पर निशाना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि कभी-कभी पसंद और नापसंद पर खबरें चलाई जाती है। जो किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं करती है और अंततः यह मीडिया की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाती है। क्योंकि लोगों की सामान्य समझ असाधारण है और वह सब कुछ समझते हैं। आपको बता दें मुख्यमंत्री आवास पर 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाए जाने के बाद प्रदेश में सियासी संकट पैदा हो गया था। अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की संभावनाओं के बीच प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं तेज हो गई थी। इसके बाद गहलोत समर्थक विधायकों ने बगावत का रुख अख्तियार कर लिया। कांग्रेस ने राजस्थान प्रभारी अजय माकन और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मलिकार्जुन खड़गे को बतौर पर्यवेक्षक जयपुर भेजा था।
विधायकों ने धारीवाल के आवास पर की थी समानांतर बैठक
मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित होने की खबर लगने के साथ ही गहलोत समर्थक विधायकों ने मंत्री शांति धारीवाल के घर समानांतर बैठक आयोजित कर ली। इसके बाद विधायकों ने विधायक दल की बैठक में नहीं जाने का फैसला किया। गहलोत समर्थक विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस दौरान विधायकों ने मांग रखी कि गहलोत सरकार को संकट के समय बचाने वाले 102 विधायकों में से ही नए मुख्यमंत्री का चयन किया जाए। इससे प्रदेश में चल रहे राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक आहूत नहीं हो सकी।