तुलसी की चिट्ठी आई काम, जबलपुर से हवा में पहुंचेगे भोपाल, ग्वालियर
New flight from Jabalpur to Bhopal Gwalior will now take less time to reachहवाई यात्रा के रूप में जबलपुर समेत भोपाल, ग्वालियर के हवाई यात्रियों को मिलने जा रही नई सेवाओं के जरिये मुसाफिरों को अपने गंतव्य तक पहुँचने कम
जबलपुर, 20 मई: पंख होते तो उड़ जाती रे...आज यह नग्मा याद आना लाजमी है। जब मप्र की न्यायिक राजधानी जबलपुर, भोपाल और ग्वालियर के बीच हवाई सेवाओं को ग्रीन सिग्नल मिला है। हफ़्ते में एक दिन छोड़ एक दिन यानि मंगलवार गुरूवार और शनिवार को हवाई यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। इसकी जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया के जरिये दी है। उक्त शहरों तक जबलपुर से कनेक्टविटी की लम्बे वक्त से मांग की जा रही थी।
हवाई यात्रा के रूप में जबलपुर समेत भोपाल, ग्वालियर के हवाई यात्रियों को मिलने जा रही नई सेवाओं के जरिये मुसाफिरों को अपने गंतव्य तक पहुँचने कम वक्त तो लगेगा ही, साथ ही यहाँ के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। ये फ्लाईट एयर एलायंस कंपनीन की ओर से संचालित की जायेंगी। बताया जा रहा है कि फिलहाल यह सुविधा सप्ताह में तीन दिन है। आगे यात्रियों के ट्रेफिक को देखते और निर्णय लिए जा सकते है।
केबिनेट
मंत्री
तुलसी
सिलावट
ने
सिंधिया
से
की
थी
मांग
कांग्रेस
को
अलविदा
कह
भाजपा
सरकार
में
मंत्री
बने
तुलसी
सिलावट
ने
दिसंबर
2021
में
इन
शहरों
के
लिए
अतिरिक्त
हवाई
सेवाओं
की
मांग
की
थी।
इस
सिलसिले
में
उस
वक्त
केंद्रीय
नागरिक
उड्डयन
मंत्री
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
को
सिलावट
ने
चिठ्ठी
भी
लिखी
थी।
उन्होंने
कहा
था
कि
भोपाल
और
ग्वालियर
दोनों
ही
औद्योगिक
नगरी
हैं,
तथा
भोपाल
राजधानी
होने
से
सभी
शासकीय
मुख्यालय
यहां
हैं।
वहीं
ग्वालियर
में
एजी,
एमपी
हाईकोर्ट,
भू-अभिलेख
कार्यालय,
आबकारी
विभाग
का
मुख्यालय
होने
से
यहां
आने-जाने
वाले
आम
जन,
शासकीय
अधिकारियों
और
व्यवसायी
वर्ग
की
संख्या
अधिक
है।
उन्होंने
कहा
कि
इन
दोनों
शहरों
के
बीच
हवाई
यात्रा
शुरू
होने
से
एयरलाइन्स
कंपनियों
को
भी
लाभ
होगा।
सांसद
राकेश
सिंह
इस
सौगात
से
गदगद
हवाई
सेवाओं
के
जरिये
राजधानी
भोपाल
और
ग्वालियर
से
सीधे
जुड़ने
जा
रही
संस्कारधानी
जबलपुर
के
सांसद
बेहद
खुश
है।
उन्होंने
केंद्रीय
नागरिक
उड्डयन
मंत्री
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
का
आभार
जताया
और
प्रदेश
की
जनता
को
बधाई
भी
दी
है।
उन्होंने
कहा
कि
यह
मप्र
के
भोपाल,
ग्वालियर
समेत
जबलपुर
के
लिए
बड़ी
उपलब्धि
है।