Jabalpur: अग्निकांड का आरोपी डॉ. अरेस्ट, इन अस्पतालों के लाइसेंस रद्द, बुलडोजर की जगह चले पत्थर
जबलपुर, 03 अगस्त: न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी प्राइवेट हॉस्पिटल अग्निकांड की जांच को लेकर कई सवाल सुलग रहे है। आम जनता से लेकर कई संगठनों ने मौत के लिए दोषी इस अस्पताल पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। अस्पताल संचालकों की एक क्लीनिक पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ भी की। वही नींद से जागे स्वास्थ्य महकमे ने फायर एनओसी और अन्य मापदंडों को पूरा न करने वाले 12 प्राइवेट अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए।
मौत बंटने के बाद जाग रहा स्वास्थ्य महकमा
जबलपुर के प्राइवेट अस्पताल में भीषण अग्निकांड में 8 मौतें होने के बाद जिम्मेदार स्वास्थ्य महकमें की नींद खुली है। लापरवाही की इंतहा होने पर आम लोगों में भी गुस्सा है। जिंदगी बचाने वाली जगहों पर मौत बांटते ऐसे अस्पतालों पर लगाम लगाने जब चारों तरफ से आवाज उठी तो प्रशासन को भी हरकत में आना ही पड़ा। दफ्तरों में बैठकर अभी तक अस्पतालों के मापदंडों की फाइलें निपटाने वालों को भी बाहर निकालना ही पड़ा। इसके पीछे की वजह प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह के सख्त आदेश कहे जा सकते है, जिसके बाद कार्रवाई हो रही है।
12 प्राइवेट हॉस्पिटल के लाइसेंस निरस्त
शहर के प्राइवेट अस्पतालों के ऑडिट की पुरानी फाइलें खुलना शुरू हो गई है। हादसे के बाद मंत्रालय से जब फोन घनघनाना शुरू हुए तो वह लिस्ट भी बाहर आ गई, जिनमें मापदंडों को पूरा न करने वाले अस्पतालों को धंधा करने की खुली छूट मिली हुई थी। रिकॉर्ड खंगालने के बाद शुरुआत में फायर NOC और कई शर्तों को पूरा न करने वाले 12 प्राइवेट अस्पतालों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए है।
CMHO दफ्तर द्वारा इन अस्पतालों के लाइसेंस किए रद्द
जगदीश चिल्ड्रल हॉस्पिटल, जीवन ज्योति हॉस्पिटल (डॉ. ए.के.जैन), डॉ. कावेरी शॉ विजया वूमेन क्लीनिक एण्ड हॉस्पिटल, प्राची नर्सिंग होम, कुमार हॉस्पिटल (डॉ. कपिल कुमार ), स्टार हॉस्पिटल, निर्मल हॉस्पिटल, शाफिया हॉस्पिटल, अभिनंदन हॉस्पिटल, आदर्श हॉस्पिटल, कामाख्या हॉस्पिटल, सरकार हॉस्पिटल शामिल है।
हत्या के आरोपी अस्पताल का एक संचालक गिरफ्तार
भीषण अग्निकांड और उसमें हुई 8 मौतों के आरोपी न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी प्राइवेट हॉस्पिटल के एक संचालक डॉ. संतोष सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी घटना के बाद उमरिया भाग गया था और एक रिसॉर्ट में फरारी काट रहा था। लेकिन पुलिस के चंगुल से यह बच नहीं सका। इसके अलावा अन्य तीन संचालक फरार है, पुलिस दावा कर रही है कि उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फरार डॉ. सुरेश पटेल के क्लीनिक में तोड़फोड़
शहर के मदन महल इलाके में डॉ. सुरेश पटेल ने होप हेल्थ क्लीनिक खोल रखा था। इसी की आड़ में दवा दुकान का संचालन भी हो रहा था। अग्निकांड के बाद से आरोपी डॉ. सुरेश फरार है। तभी से यह क्लीनिक भी बंद है। रानी दुर्गावती छात्र परिषद के कुछ सदस्य यहाँ पहुंचे और उन्होंने इस क्लीनिक पर पथराव कर दिया। छात्र परिषद् की मांग है कि सभी आरोपियों की संपत्तियां जब्त की जाए। साथ ही इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
मौत के अस्पताल पर बुलडोजर चलाने की मांग
8 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले वाला न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी प्राइवेट हॉस्पिटल अग्निकांड के बाद खंडहर हो गया है। इसके तीन संचालक अभी भी फरार है। आम लोगों के अलावा कई संगठन इनकी बिल्डिंगों की जांच और उन पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे है। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के दिग्गज नेता योगेन्द्र दुबे ने इस बिल्डिंग को जमीदोंज करने की मांग की है। इसके आसपास व्यवसाइयों ने भी सुरक्षा के लिहाज से इसे तोड़ने की मांग की है।
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