व्हाइट हाउस मेडिकल एडवाइजर डॉ. फाउची ने कहा- भारत की कोविड से तबाही ने बताया दुनिया अब भी एकजुट नहीं
अमेरिका के मशहूर महामारी विशेषज्ञ और व्हाइट हाउस के मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथनी फाउची ने कहा है कि विश्व ने कोरोना वायरस के सकेंड लहर के दौरान भारत को फेल कर दिया है।
वॉशिंगटन, अप्रैल 28: व्हाइट हाउस चीफ मेडिकल एडवाइजर और विश्व के मशहूर महामारी विशेषज्ञ डॉ. एंथनी पाउची ने कहा है कि इस वक्त जब भारत जानलेवा कोरोना संक्रमण से गुजर रहा है तो मदद के नाम पर दुनिया ने भारत को निराश किया है। उन्होंने कहा है कि भारत को मदद करने के नाम पर भी दुनिया एक साथ नहीं आ पाई और उसी का नतीजा है कि भारत में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। डॉ. फाउची ने भारत में कोरोना संक्रमण के ग्राफ को दुखद बताते हुए कहा है कि 'भारत में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बताता है कि कोरोना वायरस से लड़ाई में विश्व एकजुट नहीं है'।
एकजुट नहीं है दुनिया
डॉ. एंथनी फाउची ने अमेरिकी अखबार द गार्डियन से बात करते हुए कहा कि 'भारत की जो स्थिति है, उसने बता दिया है कि कोरोना के खिलाफ जंग में पूरी दुनिया एकजुट नहीं है।' उन्होंने गार्डियन अखबार से बात करते हुए कहा है कि अगर विश्व को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतनी है तो किसी भी हालत में विश्व के सारे देशों को एक साथ आना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ ग्लोबल रिस्पॉंस मिलना बेहद जरूरी है। डॉ. फाउची ने कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अमीर देशों ने जिम्मेदारी नहीं दिखाई है और गरीब देशों को अकेला छोड़ दिया गया। मंगलवार को डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में कहा है कि ये नौंवा हफ्ता है, जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है। पिछले 9 हफ्तों के दरम्यां भारत में कोरोना वायरस के 21 लाख 72 हजार 63 मामले दर्ज किए गये हैं।
भारत की देशी वैक्सीन ज्यादा असरदार
विश्व के प्रमुख महामारी विशेषज्ञों में डॉ. एंथनी फाउची का नाम आता है और उन्होंने सबसे पहले अमेरिका को कोरोना वायरस को लेकर आगाह किया था। लेकिन, डोनल्ड ट्रंप ने उन्हें पद से हटा दिया था। और फिर अमेरिका का क्या हाल हुआ, ये पूरी दुनिया में देखा। जो बाइडेन ने राष्ट्रपति बनने के बाद डॉ. फाउची को फिर से व्हाइट हाउस का मेडिकल एडवाइजर नियुक्त कर दिया और फिर 4 महीने में अमेरिका इस जानलेवा वायरस से जंग जीतने के करीब आ चुका है। अब डॉ. एंथनी फाउची ने कहा है कि भारत की स्वदेश कोवैक्सीन बेहद कारगर है और ये कोरोना वायरस के 617 वेरिएंट को निष्क्रीय करने में कामयाब रही है। डॉ. एंथनी फाउची ने वॉशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय वैक्सीन को काफी ज्यादा असरदार बताते हुए कहा है कि 'भारत में अगर वैक्सीनेशन तेजी से शुरू कर दिया जाए तो भारत बहुत जल्द कोरोना काल से बाहर आ सकता है।'
भारत में कोरोना वायरस
देश में कोरोना का प्रचंड रूप जारी है, बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 3,60,960 नए केस सामने आए हैं, नए केसों के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,79,97,267 हो गई है तो वहीं 24 घंटे के अंदर कोरोना 3,293 लोगों ने दम तोड़ा है, जिसके बाद मौत का आंकड़ा 2,01,187 पहुंच गया है, ऐसा पहली बार हुआ है कि 24 घंटे के अंदर तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। भारत में अब एक्टिव केस 29,78,709 हैं, जबकि 1,48,17,371 लोग ठीक होकर अस्पताल से घर जा चुके हैं, तो वहीं देश में अब तक 14,78,27,367 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है, जबकि बीते 24 घंटों में 25,56,182 लोगों को कोरोना का टीका लगा है।
अमेरिका भारत को भेजेगा 6 करोड़ वैक्सीन, पीएम मोदी से बात के बाद जो बाइडेन का फैसला!