क्यों राष्ट्रपति ओबामा नहीं पुतिन दुनिया में सबसे ताकतवर
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन इस समय शायद अमेरिका की सबसे बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। वजह है उनका बेबाक अंदाज और उनका अमेरिका को यह बता देने कि भले ही वह दुनिया का सबसे ताकतवर देश हो लेकिन वह किसी भी बात से नहीं डरते हैं।
पुतिन पिछले करीब डेढ़ वर्षों से दुनिया के कई देशों के सामने चुनौती बने तो कुछ देशों के सामने वह मिसाल बनकर उभरे हैं। खुद फोर्ब्स ने उन्हें दुनिया का एक निडर राजनेता करार दिया है।
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ऐसे में हमने सोवा कि क्यों न हम आज दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली राजनेता के उन 10 बिंदुओं के बारे में बात करें जिनकी वजह से उसने अमेरिका की सत्ता को हिला कर रख दिया है।
आगे की स्लाइड्स पर नजर डालिए और जानिए उन 10 वजहों के बारे में।
नहीं डरते हैं दुनिया से
राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में सीरिया में हमलों की शुरुआत करके यह साबित कर दिया है कि उन्हें दुनिया का कोई डर नहीं है। उन्हें जो करना है वह करके रहेंगे।
यूक्रेन संकट से बेअसर
राष्ट्रपति पुतिन जिन्होंने वर्ष 2012 में फिर से राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभाली वह यूक्रेन संकट से भी नहीं घबराए। जब रूस ने क्रीमिया का अधिग्रहण किया और यूक्रेन में जारी लड़ाई के बाद रूबल कमजोर हो गया तो भी वह नहीं घबराए।
दुनिया में रूस का रूतबा बरकरार
अक्टूबर में उन्होंने सीरिया में आईएसआईएस पर हमले शुरू किए और फिर राष्ट्रपति बशर अल असद के साथ खड़े रहे। इस बात की परवाह नहीं की कि असद की छवि दुनिया में बिगड़ चुकी है और उन्हें सीरिया के हालातों के लिए जिम्मेदार बताया जाता है।
कमजोर किया अमेरिकी और नाटो सेनाओं का वर्चस्व
रूस की सेनाओं को सीरिया में हमलों की मूंजरी देकर मानों पुतिन ने रूस की सेनाओं की बहादुरी दुनिया के सामने दिखाने का मौका दे दिया। आज सीरिया के कई क्षेत्रों में अमेरिकी और नाटो सेनाएं कमजोर पड़ गई हैं।
जब अमेरिका को बताया जिम्मेदार
सितंबर में जब राष्ट्रपति पुतिन यूनाइटेड नेशंस की 70वीं जनरल एसेंबली को संबोधित कर रहे थे, उस समय वह इस बात को कहने में जरा भी नहीं हिचके थे कि आज सीरिया के जो हालात हैं उसके लिए अमेरिका साफतौर पर जिम्मेदार है।
अमेरिका की धमकी नजरअंदाज
अमेरिका ने पिछले कुछ दिनों में रूस को सीरिया से हटने की धमकी दी है लेकिन पुतिन ने भी साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में उनकी सेनाएं सीरिया से वापस नहीं लौटेंगी।
ओबामा आलोचना झेलने को मजबूर
दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में घर में ही आलोचना झेलनी पड़ रही है।
मिस्टर प्रेसीडेंट कुछ करिए
सीरिया में रूस की कार्रवाई पर उंगली उठाने वाले ओबामा के बारे में मशहूर जर्नलिस्ट पीयर्स मॉर्गन ने लिखा है कि एक दिन आईएसआईएस अमेरिका को तबाह कर देगा। उन्होंने ओबामा से अपील की है कि वह इस संगठन के खिलाफ कुछ प्रभावशाली कदम उठाएं।
अरब देश निकले अमेरिकी छवि से बाहर
सीरिया और रूस के बीच के रिश्तें सबको मालूम हैं और अब पुतिन के सीरिया के साथ खड़े होने की वजह से दूसरे देशों में भी एक नया आत्मविश्वास जाग रहा है। साथ ही यह देश पुतिन की मदद के लिए उनका शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
अमेरिका के ताज की चुनौती
आज हालात ये हैं कि रूस पुतिन की अगुवाई में दुनिया का सबसे मजबूत देश बनने की ओर बढ़ रहा है। पुतिन ने अपने देश की जनता के एक बड़े हिस्से के दिल में भी जगह बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है।