जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को WHO ने दी मंजूरी, कहा- हम महामारी नियंत्रित करने के और करीब
जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को WHO ने दी मंजूरी, कहा- हम महामारी नियंत्रित करने के और करीब
जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडेहनम ग्रेब्रेयेसस ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन के मंजूरी मिलने से हम महामारी को नियंत्रित करने के एक कदम और करीब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ हर नया, सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन हमें इस वायरल को कंट्रोल करने के करीब ला रहा है। जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद इस वैक्सीन को अब अंतरराष्ट्रीय कोवैक्स मुहिम के तहत गरीब देशों को भेजा जाएगा। इस वैक्सीन को कोवैक्स अभियान के तहत उन देशों को सबसे पहले दिया जाएगा, जहां अभी कोरोना वैक्सीन नहीं पहुंच पाया है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग मंजरी दे दी गई है। उन्होंने ये भी कहा है कि ये कोरोना वैसक्सी बाकियों तुलना में ज्यादा तेज असर दिखाता है। बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की खास बात ये है क इसमें दो डोज की एक ही खुराक दी जाती है। बाकी अन्य कोरोना वैक्सीन की डोज मुख्य रूप से दो बार दी जाती है। लेकिन जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन की सिंगल डोज दी जाएगी।
क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन 67 प्रतिशत प्रभावी है। लेकिन उस क्लिनिकल ट्रायल में कोविड-19 के सभी रूपों पर विचार किया। गंभीर बीमारी को रोकने में जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन 85.4 प्रतिशत कारगर साबित हुई है। कंपनी द्वारा साझा किए गए क्लिनिकल ट्रायल के नमूना डेटा भी दर्शाता है कि वैक्सीन बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए अधिक प्रभावी है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडेहनम ग्रेब्रेयेसस ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह नया टीका वैक्सीन की असमानताओं को कम करने में मदद करेगा। जॉनसन एंड जॉनसन के सिंगल डोज को लेकर डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इससे सभी देशों में वैक्सीनेशन और अधीक सुविधाजनक बनने की उम्मीद है।