मीटिंग में बात करते-करते सो गए पुतिन, तो क्या कैंसर का इलाज करवा रहे हैं रूसी राष्ट्रपति
रूस सैनिकों ने पूर्वी यूक्रेन में हमले तेज कर दिए थे और यूक्रेन की सेना ने पुष्टि की थी कि उसके सैनिक रविवार को लिसिचांस्क से निकल गए हैं। बता दें कि, यूक्रेन में जंग के कारण हजारों लोग मारे जा चुके हैं, वहीं लाखों लोग
लंदन/मॉस्को, 5 जुलाई : 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। जंग का ये पांचवा महीना चल रहा है, अमेरिका समेत कई यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। जंग के बीच पश्चिमी मीडिया में ये दावा किया गया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कैंसर रोग से पीड़ित हैं। हालांकि, इस खबर की कोई पुख्ता जानकारी निकल कर अभी तक सामने नहीं आई है। जानकारी के मुताबिक एक बार फिर से यह दावा किया जा रहा है कि, पुतिन बीमार हैं और वे अपना इलाज करवा रहे हैं।
तो क्या पुतिन बीमार हैं?
द सन की खबर के अनुसार क्रेमलिन में रूसी रक्षा मंत्री के साथ एक मीटिंग के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सोते हुए देखा गया, जिसके बाद से पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर चर्चाएं फिर से बढ़ गई हैं। वीडियो फुटेज में उन्हें आगे की तरफ झुका हुए और धुंधली आंखों के साथ देखा गया। मीटिंग के दौरान पुतिन मेज पर काफी असहज बैठे नजर आए।
लुहान्सक में जीत की घोषणा
बता दें कि, रूस ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र लुहान्सक में जीत की घोषणा की है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बैठक में सोमवार को पुतिन को बताया कि रूस की फौज ने लुहान्स्क पर कब्जा कर लिया है। लुहान्स्क पूर्वी यूक्रेन में स्थित है और यह तथा पड़ोसी डोनेट्स्क प्रांत यूक्रेन के औद्योगिक गढ़ डोनबास का हिस्सा हैं।
यूक्रेन में हमले तेज
वहीं, रूस सैनिकों ने पूर्वी यूक्रेन में हमले तेज कर दिए थे और यूक्रेन की सेना ने पुष्टि की थी कि उसके सैनिक रविवार को लिसिचांस्क से निकल गए हैं। बता दें कि, यूक्रेन में जंग के कारण हजारों लोग मारे जा चुके हैं, वहीं लाखों लोग देश छोड़कर अन्य देशों में शरण ले चुके हैं।
रूस पर कई तरह के प्रतिबंध
वहीं, अमेरिका और यूरोपीय देश रूस पर लगाम लगाने के लिए तरह-तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की है। वहीं, अमेरिका ने रूस से मुकाबला करने के लिए सैन्य और आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी
दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र पहले ही चेतावनी दे चुका है कि, अगर यूक्रेन में जंग ऐसी चलता रहा तो विश्व के कई देशों में भुखमरी की नौबत तक आ सकती है। बता दें, कि यूक्रेन को यूरोप की रोटी की टोकरी कहा जाता है। यूक्रेन जंग की आग में झुलस रहा है, और कीव पर निर्भर रहने वाले देश में खाद्य संकट का डर सता रहा है। वहीं, श्रीलंका जैसे देश यूक्रेन में जंग के बाद से घोर आर्थिक तंगी की दौर से गुजर रहा है।
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