अमेरिका की पूर्व राजनयिक ने दिया बयान- चीन के खिलाफ अमेरिका हमेशा भारत के साथ
वॉशिंगटन। भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर अमेरिका की पूर्व राजनयिक ने एक अहम बयान दिया है। अमेरिकी की पूर्व प्रिंसिपल डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी (पीडीएएस) रहीं एलिज जी वेल्स ने कहा है कि भारतीय संप्रभुता की लगातार चीनी जांच के खिलाफ अमेरिका हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा। वेल्स का यह बयान ऐसे समय में आया है जब लद्दाख क्षेत्र और सिक्किम के नाकूला में मई के पहले हफ्ते में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव हुआ था। इस दौरान हाथापाई भी हुई थी जिसमें कुछ सैनिकों को चोट भी आई थी।
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ट्वीट कर दिया चीन को बड़ा संदेश
एलिस ने ट्वीट किया और लिखा, 'बाहरी असंतुलन काफी नाजुक है। अंत में अमेरिका ही होगा जो भारतीय संप्रभुता पर निरंतर चीनी जांच के खिलाफ उसे पीछे धकेलने में भारत के साथ खड़ा रहेगा,' उन्होंने इसके साथ ही ह#USindia dosti #india का प्रयोग भी किया। छह जून को दोनों देशों के बीच विवाद सुलझाने के लिए कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी। मोल्डो में हुई मीटिंग लेह स्थित 14 कोर फायर एंड फ्यूरी के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने भारत का नेतृत्व किया था। चीन की तरफ से मेजर जनरल ल्यू लिन शामिल थे तो साउथ शिनजियांग मिलिट्री रीजन के कमांडर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से इस मसले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया गया था मगर भारत ने इसे खारिज कर दिया था। इस बीच इंडियन आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि भारत-चीन बॉर्डर पर स्थिति नियंत्रण में है। जनरल नरवणे के मुताबिक लगातार बातचीत से ही इस बात की उम्मीद है कि भारत और चीन के बीच मतभेदों को सुलझाया जाएगा। जनरल नरवणे के शब्दों में, 'हमें उम्मीद है कि जो बातचीत हम कर रहे हैं, उनके जरिए सभी प्रकार के मतभेदों को सुलझाया जाएगा। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।'